प्रतिबंध के बावजूद जलाई जा रही पराली
भूतपुरी के खेतों में पराली जलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। इसके बावजूद किसानों द्वारा पराली जलाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं जबकि प्रशासनिक स्तर पर काफी प्रयास किए जा रहे हैं।
बिजनौर, जेएनएन। भूतपुरी के खेतों में पराली जलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। इसके बावजूद किसानों द्वारा पराली जलाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जबकि प्रशासनिक स्तर पर काफी प्रयास किए जा रहे हैं।
बुधवार को गांव शाहपुर जमाल निवासी एक किसान ने खेत में ही पराली जला दी। पराली के धुएं से आसपास के लोगों को काफी परेशानी भी हुई। पराली के धुएं से राहगीरों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ती है। ग्रामीण इलाकों में अधिकांशत: धान की कटाई समाप्ति की ओर है। पिछले महीने अफजलगढ़, भूतपुरी और आसपास के क्षेत्रों में प्रशासनिक अधिकारियों ने शिविर लगाकर किसानों को पराली नहीं जलाने और इससे होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक किया था। उन्होंने बताया था कि पराली जलाने से खेतों की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है और भूमि के अंदर रहने वाले लाभदायक कीट भी खत्म हो जाते हैं, लेकिन इसके बावजूद लगातार पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं। तहसीलदार आरसी चौहान का कहना है कि ऐसी कोई शिकायत उन्हें नहीं मिली है। टीम भेज कर जांच कराई जाएगी। ट्रांसफार्मर से दुर्घटना का अंदेशा
बिजनौर, जेएनएन। गांव से लेकर शहरों के मोहल्लों में कई ट्रांसफार्मर जमीन पर पुश्ता बनाकर या खंभों पर कम ऊंचाई पर नीचे रखे हैं। शहरों एवं आसपास के खुले में रखे ट्रांसफार्मरों की रैलिग लगाई गई है, लेकिन वह काफी पुरानी टूट-फूट रही है। ग्रामीण अंचल के कस्बों में खुले में रखे हैं। इनसे बेसहारा पशु और राहगीर को दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है।
धामपुर, नींदड़ू, अफजलगढ़ सहित ग्रामीण क्षेत्र हरेवली, रेहड़ और शेरकोट के कई स्थानों पर खुले में रखे ट्रांसफार्मर खतरा बने हुए हैं। धामपुर में पुराना धामपुर चुंगी के पास एक ट्रांसफार्मर ईंटों के चबूतरे पर काफी समय से सड़क के किनारे दुकानों के बाहर रखा है। मानसून के दौरान निराश्रित पशु इनके आसपास चरने के लिए चले जाते हैं, जिससे करंट की चपेट में आने से कई जानवर अपनी जान गंवा चुके हैं।
नजीबाबाद नगर व ग्रामीण अंचलों में जमीन पर रखे ट्रांसफार्मर पशुओं के लिए तो खतरा बने हुए हैं। साथ ही लोगों के लिए भी परेशानी का सबब बने हैं। नगर में सिटी मार्केट, जाब्तागंज, मुगलूशाह, भवन, चारबाग, आदर्शनगर, सुभाषनगर, हिमालय कालोनी में ट्रांसफार्मर जमीन पर ईंटों के चबूतरों पर रखे हैं।
पुख्ता इंतजाम कराएं
उपभोक्ता राहुल कुमार, रोहित कुमार, मुकेश कुमार, धर्मेद्र व शुएब का कहना है कि खुले एवं असुरक्षित रखे ट्रांसफार्मर की चपेट में निराश्रित पशु आ जाते हैं। ट्रांसफार्मर फूंकते समय आग लगने का खतरा भी बना रहता है। ट्रांसफार्मर को ऊंचाई पर रखने और उनके चारों ओर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है। -बोले अधिकारी
अधिशासी अभियंता बीरेंद्र सिंह का कहना है कि कहीं कोई शिकायत संज्ञान में नहीं है। संबंधित अधिकारियों को भेज कर समाधान कराया जाएगा।