सावन के पहले सोमवार को घरों में की पूजा-अर्चना
बिजनौर जेएनएन। सावन माह शुरू होते ही श्रद्धालुओं की भीड़ कांवड़ लेने के लिए उमड़ पड़ती थ
बिजनौर, जेएनएन। सावन माह शुरू होते ही श्रद्धालुओं की भीड़ कांवड़ लेने के लिए उमड़ पड़ती थी, लेकिन इस बार कोरोना ने श्रद्धालुओं के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। मंदिरों में भी इक्का-दुक्का श्रद्धालुओं ने ही पूजा-अर्चना की।
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते इस बार कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी गई है। इसके चलते सड़कों व शिवालयों पर श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं है। सावन माह के पहले सोमवार को श्रद्धालुओं ने घरों में पूजा-अर्चना की तथा जलाभिषेक किया। सुबह से ही श्रद्धालुओं ने व्रत रखा और भगवान आशुतोष की पूजा की। मंदिरों में भी शारीरिक दूरी व मास्क का पूरा ध्यान रखा गया। पंजाबी कालोनी स्थित शिव मंदिर के पुजारी पंडित अश्वनी शर्मा ने बताया कि जिन श्रद्धालुओं ने मास्क लगा रखा था, उनमें से भी कम से कम लोगों को मंदिर में प्रवेश दिया गया तथा जलाभिषेक के समय भी शारीरिक दूरी का पूरा पालन कराया गया। उन्होंने बताया कि पांच लोगों के पूजा-अर्चना करने की इजाजत शासन की गाइड लाइन में दी गई है। वहीं, क्षत्रिय नगर स्थित शिव मंदिर में सावन के प्रथम सोमवार को पूजा-अर्चना कर भगवान आशुतोष का जलाभिषेक किया गया। शिवभक्तों ने व्रत रखकर समाज की खुशहाली व सुख-समृद्धि की कामना की। मंदिर के पुजारी हर्ष शर्मा ने बताया कि इस दिन पूजा-अर्चना करने से ईश्वर प्रसन्न होते हैं। बताया कि पूजा-अर्चना के समय शासन की गाइड लाइन का पूरा ख्याल रखा गया।