उत्तराखंड की आड़ में सीमा पर हो रहा खनन
उत्तराखंड में जारी खनन पट्टों की आड़ में यूपी-उत्तराखंड सीमा पर नजीबाबाद क्षेत्र में किया जा रहा अवैध खनन प्रशासन रोक नहीं पा रहा है। क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध खनन होने से
बिजनौर, जेएनएन। उत्तराखंड में जारी खनन पट्टों की आड़ में यूपी-उत्तराखंड सीमा पर नजीबाबाद क्षेत्र में किया जा रहा अवैध खनन को प्रशासन रोक नहीं पा रहा है। क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध खनन होने से आरबीएम और मिट्टी से भरे वाहन दिनभर शहर के बीच से होकर गुजर रहे हैं। आरबीएम के ढुलान से जुड़े डंफरों से ज्यादा खनिज संपदा का ढुलान करने के लिए उनकी बॉडी पर लोहे की अतिरिक्त चादर वेल्ड करा ली गई है। वहीं, प्रशासन द्वारा पिछले कई महीनों से अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है।
नजीबाबाद-कोटद्वार मार्ग पर यूपी-उत्तराखंड सीमा में आरबीएम की आड़ में रेत-बजरी का अंधाधुंध खनन किया जा रहा है। दरअसल, उत्तराखंड में खनन का पट्टा खुला है, जबकि उत्तर प्रदेश में खनन पर रोक है। नजीबाबाद तहसील क्षेत्र उत्तराखंड सीमा से सटा है। संयोग से नजीबाबाद से दो राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते हैं और दोनों ही नजीबाबाद को उत्तराखंड से जोड़ते हैं। इसमें मेरठ-पौड़ी हाईवे उत्तराखंड के कोटद्वार तक पहुंचता है। कोटद्वार क्षेत्र में खनन पट्टा खुले होने की बात कही जाती है। कहा जाता है कि वहीं से आरबीएम की निकासी हो रही है। कोटद्वार क्षेत्र में ताबड़तोड़ खनन की आड़ में खनन माफिया यूपी सीमा में भी खनन करने का कोई मौका नहीं गंवा रहे हैं। नदी एवं जंगल क्षेत्र में काफी गहराई तक खुदाई करने से जहां प्राकृतिक संपदा का जबरदस्त दोहन हो रहा है, वहीं उच्च क्षमता की विद्युत लाइन के लिए खतरा बढ़ गया है। इसके अलावा दिनभर में दर्जनों ओवरलोड डंफरों के गुजरने और मिट्टी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां दिनभर दौड़ने से सड़कें ध्वस्त हो रही हैं। शहर की सघन आवाजाही के बीच खनन वाहन निकलने से किसी भी क्षण हादसे की आशंका बन रही है।
इनका कहना है..
यूपी-उत्तराखंड सीमा पर पहुंचकर खनन की स्थिति का जायजा लिया गया है। यूपी सीमा में खनन नहीं हो रहा है। उत्तराखंड सीमा में ताबड़तोड़ खनन हो रहा है। वहां और अधिक खनन किया गया तो यह पुल, उच्च क्षमता के विद्युत पोल एवं नजीबाबाद क्षेत्र के लिए नुकसान हो सकता है। ओवरलोड वाहनों के खिलाफ समय-समय पर कार्रवाई की जाती है।
- राधेश्याम शर्मा, तहसीलदार नजीबाबाद।