बाढ़ में बहा था शेरकोट-कोपा मार्ग, अब गन्ना डालने का संकट
करीब तीन माह पहले बाढ़ में बहा शेरकोट-कोपा मार्ग मरम्मत न होने से सैकड़ों किसान अपना गन्ना क्षेत्र के क्रय केंद्रों पर नहीं डाल पा रहे हैं।
बिजनौर, जेएनएन : करीब तीन माह पहले बाढ़ में बहा शेरकोट-कोपा मार्ग मरम्मत न होने से सैकड़ों किसान अपना गन्ना क्षेत्र के क्रय केंद्रों पर नहीं डाल पा रहे हैं। किसानों का आरोप है कि मार्ग के लिए खेतों में से जगह देने के बाद भी प्रशासन रास्ता नहीं बना रहा है। इसी मांग को लेकर क्षेत्र के किसान तहसीलदार से मिले।
शनिवार को अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के बैनर तले कई गांवों के किसान तहसील परिसर पहुंचे। सभा के जिला सचिव सुभाष चंद्र ने बताया कि पिछले काफी समय किसान मार्ग बनवाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से अभी तक मार्ग नहीं बनवाया गया है। जबकि शुगर मिल चालू हो चुके हैं, जिससे किसानों का लाखों कुंतल गन्ना खेतों में खड़ा बर्बाद हो रहा है। किसान रास्ता टूट जाने के कारण गन्ना लेकर क्रय केंद्रों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। किसानों का कहना है कि तीन माह पहले बाढ़ से शेरकोट-कोपा मार्ग बह गया था, तभी से किसान मार्ग को बनवाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ। इस मार्ग पर नाथाडोई, नंदगांव, मंधौरा, धुराड़ा, नंगला और कोपा सहित दर्जन भर गांव पड़ते हैं, यहां तीन गन्ना क्रय केंद्र मौजूद हैं। जिनमें सैकड़ों किसान गन्ना न डलने से परेशान हैं। किसानों ने तहसीलदार से मिलकर अपनी समस्या बताई और जल्द मार्ग बनवाने की मांग की। इस दौरान रामफूल सिंह, वीरेंद्र कुमार, जयप्रकाश, देवराज सिंह, कृष्ण पाल, महेंद्र सिंह, होरी सिंह और सुखपाल आदि किसान मौजूद रहे।