कोरोना संक्रमण के बीच छोटे बच्चों की करा दी परीक्षा
जेएनएन बिजनौर। सरकार के कड़े निर्देशों और कोरोना गाइड लाइन के बावजूद स्कूल इनके उल्ल
जेएनएन, बिजनौर। सरकार के कड़े निर्देशों और कोरोना गाइड लाइन के बावजूद स्कूल इनके उल्लंघन से बाज नहीं आ रहे हैं। गुरुवार को नगीना मार्ग स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में गाइड लाइन व नियमों को ताक पर रखकर छोटे बच्चों को इकट्ठा कर अर्द्धवार्षिक परीक्षा कराई गई। कोरोना संक्रमण के बावजूद कक्षा दो से पांच के बच्चों को बुलाकर परीक्षा ली गई। इतना ही नहीं बच्चों को बिना मास्क के ठंड में नीचे पट्टियां बिछा कर बैठाया गया। चोरी-छिपे स्कूल के पास एक मंदिर परिसर में परीक्षा कराई गई। एसडीएम ने मामले का संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई की बात कही है।
कोरोना संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है। सर्दियों में संक्रमण की रफ्तार बढ़ने की संभावना है। वहीं सरकार द्वारा बड़ी कक्षाओं के बच्चों को ही गाइड लाइन के अनुरूप स्कूल में बुलाने की अनुमति है। छोटे बच्चों को स्कूल बुलाने पर पूरी तरह रोक है, लेकिन सरकार की सख्ती और कोरोना गाइड लाइनों को दरकिनार करते हुए कुछ स्कूल अपनी मनमानी कर रहे हैं। धामपुर में नगीना मार्ग स्थित पुरुषोत्तम शरण भानु प्रकाश सरस्वती शिशु मंदिर में गुरुवार को कक्षा दो से पांच तक के छोटे बच्चों को इकट्ठा किया गया। इस दौरान चारों कक्षाओं के करीब 30 से 40 बच्चों को बुलाया गया। सरकार के कड़े निर्देशों के बाद भी बच्चों की अर्द्ध वार्षिक परीक्षा ली गई। इतना ही नहीं इस परीक्षा को चोरी-छिपे कराने के लिए स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षकों ने स्कूल में परीक्षा नहीं ली, बल्कि स्कूल के पास स्थित एक मंदिर परिसर में बच्चों को बैठाया गया। बिना मास्क के पट्टियों पर बैठाया :
परीक्षा कराने में लापरवाही बरती गई है। इस दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बच्चों का ख्याल भी नहीं रखा गया। अधिकांश बच्चे बिना मास्क के बैठे थे। साथ ही ठंड का मौसम होने के बावजूद छोटे बच्चों को पट्टियां बिछाकर नीचे बैठाया गया। इस बारे में स्कूल प्रधानाचार्य लवकुश कुमार का कहना है कि कुछ दिनों पहले स्कूल समिति की बैठक में निर्णय लिया गया था, इसी के बाद ही परीक्षा कराई गई है। वहीं स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने परीक्षा की बात संज्ञान में न होने की बात कही। उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने और गाइड लाइन का पालन नहीं करने पर कार्रवाई की जाएगी। मामला सामने आने पर एसडीएम धामपुर धीरेंद्र सिंह ने संज्ञान लिया। उन्होंने तुरंत पुलिस और अन्य अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराया। कहा कि इस तरह नियम विरुद्ध छोटे बच्चों को बुलाना गलत है। परीक्षा कराने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।