राशन कार्ड फर्जीवाड़े की ईडी से जांच की मांग
बिजनौर जेएनएन। नए राशन कार्ड बनाने व पुरानों के संशोधन में धांधली और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को शिकायत की गई है। दलित शोषित वनवासी समाज पार्टी की ओर से लाकडाउन के दौरान सुविधा शुल्क लेकर कार्ड बनाने और करोड़ों रुपये की कमाई करने का आरोप लगाया गया है। इस संबंध में शिकायत की कापी एसडीएम को भी सौंपी गई।
राशन कार्ड फर्जीवाड़े की ईडी से जांच की मांग
बिजनौर, जेएनएन। नए राशन कार्ड बनाने व पुरानों के संशोधन में धांधली और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को शिकायत की गई है। दलित शोषित वनवासी समाज पार्टी की ओर से लाकडाउन के दौरान सुविधा शुल्क लेकर कार्ड बनाने और करोड़ों रुपये की कमाई करने का आरोप लगाया गया है। इस संबंध में शिकायत की कापी एसडीएम को भी सौंपी गई।
मंगलवार को दलित शोषित वनवासी समाज पार्टी की ओर से प्रवर्तन निदेशालय को एक शिकायत की गई, जिसमें लाकडाउन के दौरान ढाई से तीन हजार रुपये सुविधा शुल्क लेकर कार्ड बनाने और करीब 50 करोड़ रुपये की कमाई करने का आरोप लगाया गया है। पार्टी के प्रदेश महासचिव सत्यप्रिय सक्सेना एडवोकेट का आरोप है कि जिला पूर्ति कार्यालय बिजनौर द्वारा बताया गया है कि इस वर्ष एक जून से खाद्य विभाग की वेबसाइट बंद हैं, जिस कारण न तो नए राशन कार्ड बन रहे हैं और न ही संशोधन हो रहा है। आरोप है कि रोक के बावजूद अधिकारियों और कर्मियों की मिलीभगत से तहसील धामपुर में ब्लाक अफजलगढ़, आकू आदि स्थानों पर सुविधा शुल्क लेकर अपात्रों के कार्ड बनवाए गए हैं, जबकि गरीब व जरुरतमंद अभी भी भटक रहे हैं। सत्यप्रिय सक्सेना ने पूरी प्रक्रिया में भ्रष्टाचार और ढाई से तीन हजार रुपये प्रति कार्ड लेकर करीब 50 करोड़ रुपये की धांधली का आरोप लगाया है। इस संबंध में पिछले सप्ताह एसडीएम कार्यालय परिसर में धरना प्रदर्शन भी हुआ था। मंगलवार को ईडी को भेजी गई शिकायत की एक कापी एसडीएम धीरेंद्र सिंह को भी सौंपी गई। जिसमें ईडी से पूरे मामले की जांच की मांग की गई है। शिकायत करने वालों में अनीस अहमद, सचिन, राजू पंडित, मिथुन कुमार, मुकेश और रचित शर्मा शामिल रहे।