जनमत के आगे प्रधानमंत्री को झुकना चाहिए
जेएनएन बिजनौर। जनमत कृषि कानूनों के पूरी तरह खिलाफ है इसलिए प्रधानमंत्री को जनमत के आगे
जेएनएन, बिजनौर। जनमत कृषि कानूनों के पूरी तरह खिलाफ है, इसलिए प्रधानमंत्री को जनमत के आगे झुकना चाहिए। यह बात जयंत चौधरी ने महापंचायत के बाद एक बैंक्वेट हाल में पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बार्डर पर चलाए जा रहे आंदोलन की वजह से पूरे उत्तर प्रदेश का किसान जागरूक हुआ है। यह किसानों के लिए शुभ संकेत है।
जयंत ने गाजीपुर बार्डर पर हुए घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि प्रत्येक किसान के घर में इस मुद्दे पर चर्चा होती थी। किसान डरा हुआ था, कितु आंदोलन के दौरान बदलाव हुआ और चौधरी अजित सिंह ने पहल करते हुए किसानों का हौंसला बढ़ाने का काम किया। इस आंदोलन से किसान राजनीति को एक नई रोशनी मिली है। आईटीआई परिसर में हुई महापंचायत ने सरकारी तंत्र को किसानों की ताकत दिखाने का काम किया। उन्होंने कहा कि यदि देश और प्रदेश सरकार किसान हितैषी है, तो पहले खाद, बीज, बिजली और डीजल की बढ़ी दरों को कम करने के साथ-साथ उन्हें फसलों के वाजिब दाम दिलाने का काम करें। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों समेत कई अन्य मुद्दों पर जनमत सरकार के खिलाफ है। प्रधानमंत्री को चाहिए कि जनमत के आगे झुकने का काम करते हुए इन कानूनों को वापस करें। ताकि किसान और जनता का मान रह सके तथा लोकतंत्र सुरक्षित रहे। पत्रकारवार्ता में रालोद के पश्चिम उत्तर प्रदेश अध्यक्ष मुंशीराम पाल, जिलाध्यक्ष राहुल सिंह, पूर्व विधायक सुखबीर सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक चौधरी, सुधीर भारतीय, ब्रजवीर सिंह, एमपी सिंह, बलजीत शास्त्री, पूनम चौधरी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।