..अब मोहब्बत का दीया रोशन कीजिए
हमीदी के संचालन में हुए मुशायरे में इस्माइल जौहर कारी नौशाद अलीग अरशद नजीर मोहम्मद शुएब अहमद हुसैन कमर धामपुरी जमशेद फैसल अबरा कमाल इकरान जावेद अरशद आदि शामिल रहे।
बिजनौर जेएनएन। नगर के मोहल्ला पक्काबाग में बज्मे कमर के तत्वावधान में एक मिनी मुशायरे व कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान शायरों ने अपने कलाम पेश कर श्रोताओं को देर रात तक बांधे रखा†ा
शनिवार रात आयेाजित मुशायरे में यूसुफ बहजाद ने पढ़ा कि- आपकी क्या बात है, सबसे निराली शान है। डा. नजाकत हुसैन ने सलाम के बारे में कुछ इस तरह फरमाया- सलाम उस पर कहा, जिसमें हरेक इंसान बराबर है। शमशेर अली ने कहा कि- नफरतों के अंधेरों की हद हो चुकी, अब मोहब्बत का रोशन दीया कीजिए। इस शेर पर शायर ने खूब तालियां बटोरी तथा श्रोताओं को हंसने पर मजबूर कर दिया। कारी राशिद हमीदी ने पढ़ा कि- राशिद खुदा की मरजी पर पर ये हैं मुनहसिर, दे दे किसी को इल्मों हुनर मालो जर न दे। साहित्यकार राजेंद्र चमोली ने कहा कि कोई मजलूम की सुनता कहां हैं, यहां इंसान पत्थर हो गए हैं। हाजी साबिर हुसैन ने कहा कि- मालिक मुझे मदहोश कर दे, बहुत घबरा गया हूं जिदगी से। मोहम्मद यूसुफ बहजाद की अध्यक्षता तथा कारी राशिद हमीदी के संचालन में हुए मुशायरे में इस्माइल जौहर, कारी नौशाद अलीग, अरशद नजीर, मोहम्मद शुएब, अहमद हुसैन, कमर धामपुरी, जमशेद फैसल, अबराकमाल, इकरान जावेद, अरशद आदि शामिल रहे।