किसी भी रोग से ग्रसित लोग नियमित दवाइयां लेते रहें
कोरोना वायरस से स्वयं को सुरक्षित रहने के लिए कुछ नियमों के साथ और खानपान में कुछ बदलाव की जरूरत है। बातचीत के दौरान उचित दूरी और मास्क लगाने की आदत को अपने व्यवहार में शामिल करें।
जेएनएन, बिजनौर। कोरोना वायरस से स्वयं को सुरक्षित रहने के लिए कुछ नियमों के साथ और खानपान में कुछ बदलाव की जरूरत है। बातचीत के दौरान उचित दूरी और मास्क लगाने की आदत को अपने व्यवहार में शामिल करें।
शुगर, ब्लड प्रेशर और सांस के रोगी नियमित दवाइयों के साथ पौष्टिक व संतुलित आहार लेते रहें। कोरोना से इतना खतरा नहीं है, खतरा तब अधिक बढ़ जाता है जब लोग इस बीमारी को छिपाने की कोशिश करते हैं और दूसरे लोगों के लिए कोरोना संवाहक बन जाते हैं। पौष्टिक आहार के साथ उन खाद्य पदार्थों का सेवन करें जिनमें विटामिन-सी मिलता है।
यह बात नगर के बाल रोग विशेषज्ञ डा. संदीप अग्रवाल ने कहीं। उन्होंने कहा कि आमतौर पर देखने में आया है कि कोरोना वायरस उनके लोगों को अपना शिकार बनता है, जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है या जो लोग पहले से ही किसी न किसी बीमारी से ग्रसित हैं। सांस, ब्लड प्रेशर, शुगर के रोगियों को अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। किसी भी रोग से पीड़ित लोगों को कोरोना काल में नियमित दवाइयों का सेवन करते रहना आवश्यक है। खाली पेट या भूखे नहीं रहे। पौष्टिक व संतुलित आहार का सेवन, ताजे फल सब्जी का सेवन, गर्म या गुनगुने पानी का सेवन बदलते मौसम में जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोरोना इतनी खतरा बीमारी नहीं है। कुछ नियमों और नियमित दवाइयों और बीमारी को अपने हावी होने नहीं देने प्रबल शक्ति के साथ इसे हराया जा सकता है।
यह बीमारी तभी खतरनाक होती है, जब लोग इस बीमारी को छिपाने की कोशिश करते हैं। धीरे-धीरे बीमारी विकराल रूप ले लेती है। कोरोना संक्रमित व्यक्ति अनजाने में दूसरे लोगों के लिए कोरोना संक्रमण का संवाहक बन जाता है। मास्क लगाने की आदत डालना, धुएं व भीड़ से बचकर रहना और विवाह आदि समारोह का आयोजन खुले मैदान में करना कुछ हद तक कोरोना पर अंकुश लगा सकते हैं।