डा. आंबेडकर ने नहीं किया आदर्शों से समझौता
भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ.भीमराव आंबडेकर के परिनिर्वाण दिवस पर सोमवार को सुबह 10 बजे विकास भवन स्थित डा. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। वहीं छात्र-छात्राओं ने मोमबत्ती जलाकर बाबा साहेब को नमन किया।
बिजनौर, जेएनएन। भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ.भीमराव आंबडेकर के परिनिर्वाण दिवस पर सोमवार को सुबह 10 बजे विकास भवन स्थित डा. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। वहीं छात्र-छात्राओं ने मोमबत्ती जलाकर बाबा साहेब को नमन किया।
इस मौके पर विकास भवन में पहुंचे अनेक संगठनों ने भी डा. आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहेब ने संविधान में समाज के प्रत्येक वर्ग को बराबरी का अधिकार दिया है। वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहेब ने जीवन पर्यन्त अपने आदर्शों से समझौता नहीं किया और देश और समाज की सेवा में लगे रहे। उन्होंने समाज को शिक्षा के प्रति जागरूक किया। इस मौके पर अधिवक्ता पीतांबर सिंह, फूल सिंह समेत बड़ी संख्या में विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों मौजूद थे। बाबा साहेब के चित्र पर पुष्प अर्पित कर दी श्रद्धांजलि
बिजनौर : राजा ज्वाला प्रसाद आर्य इंटर कालेज बिजनौर में भारत के संविधान रचेता डा. भीमराव रामजी अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर शिक्षकों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देकर याद किया।
इस मौके पर प्रधानाचार्य कैप्टन बिशन लाल ने कहा कि डा. भीमराव रामजी अंबेडकर ने देश के संविधान की रचना कर सर्वसमाज में समता समानता बंधुता एवं भाईचारा काम किया। देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए आरबीआइ का गठन किया। साथ ही महिलाओं को सभी क्षेत्रों में सेवा करने का अधिकार दिया। इस मौके पर वीएस चौहान, सुधांशु वत्स, सुभाष राजपूत, चंद्रहास सिंह, बालेश कुमार, रश्मि चौहान, मीना सिंह, अलका रानी, लक्षेश, रेशू शर्मा, भूपेंद्र चौधरी, वीरेंद्र कुमार, अभय यादव, वाजिद हुसैन आदि उपस्थित रहे।