सरकारी पैमाने पर खरा नहीं उतर रहा धान
बिजनौरजेएनएन। जिले में बड़े पैमाने पर धान की खेती होती है। जिले में 31 क्रय केंद्रों पर एक अक्टूबर से धान खरीद शुरू हो गई लेकिन लक्ष्य 36 हजार मीट्रिक टन के सापेक्ष मात्र 7205.99 मीट्रिक टन की खरीद हो पाई है। किसानों की मानें क्रय केंद्र पर तौल इंचार्ज अक्सर धान का छिलका उतरा होने की स्थिति में संबंधित किसान को वापस लौटा देते हैं। इस वजह से किसान मजबूरी में अपनी धान बाजार में बेच रहे हैं।
सरकारी पैमाने पर खरा नहीं उतर रहा धान
बिजनौर,जेएनएन। जिले में बड़े पैमाने पर धान की खेती होती है। जिले में 31 क्रय केंद्रों पर एक अक्टूबर से धान खरीद शुरू हो गई, लेकिन लक्ष्य 36 हजार मीट्रिक टन के सापेक्ष मात्र 7205.99 मीट्रिक टन की खरीद हो पाई है। किसानों की मानें, क्रय केंद्र पर तौल इंचार्ज अक्सर धान का छिलका उतरा होने की स्थिति में संबंधित किसान को वापस लौटा देते हैं। इस वजह से किसान मजबूरी में अपनी धान बाजार में बेच रहे हैं।
-धान क्रय केंद्र पर सन्नाटा
संस, नजीबाबाद: मंगलवार को धान क्रय केंद्रों पर अधिकांश समय सन्नाटा पसरा रहा। नजीबाबाद क्षेत्र में स्थित दो क्रय केंद्रों और नांगल-चंदक क्षेत्र में स्थित एक धान क्रय केंद्र पर धान की खरीद लक्ष्य से काफी पीछे चल रही है। मंडी समिति पर धान लेकर पहुंचे जगदेव सिंह, संदीप सिंह, हरप्रीत सिंह आदि किसानों का कहना था कि तौल के लिए काफी देर तक केंद्र पर रोकने और तौल के दौरान परेशान किया जाता है।
-केंद्रों पर बहुत कम मात्रा में पहुंच रहा धान
ससं, धामपुर : क्षेत्र में कुल 22 धान क्रय केंद्र खोले गए हैं। धामपुर से सटे गांव नौरंगाबाद में स्थित क्रय केंद्र पर एक अक्टूबर से धान खरीद शुरू कर दी गई थी, लेकिन अभी मात्र 345 कुंतल धान की ही खरीद हो पाई है, जबकि, इस क्रय केंद्र का लक्ष्य ढाई हजार कुंतल है। लक्ष्य को पूरा करने को अफसर गांवों में जाकर हाथ-पैर मार रहे हैं। क्रय केंद्रों पर धान का मूल्य 1,815 रुपये और ए ग्रेड धान का मूल्य 1,835 रुपये प्रति कुंतल है। क्रय केंद्र प्रभारी विनीत सक्सेना का कहना है कि धामपुर गन्ना बाहुल्य क्षेत्र है, यहां का किसान कम रकबे पर ही धान की बुआई की।
नहटौर के मोहल्ला जोशियान में केंद्र पर 109 कुंतल धान खरीद हुई, जबकि किसानों की आवाजाही जारी है। यहां अक्टूबर में धान खरीद न खुलने के कारण किसानों को अपना धान बेचने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा था। यहां 11 नवंबर को एसएफसी गोदाम पर धान खरीद केंद्र खोला गया। केंद्र प्रभारी मेहदी हसन ने बताया की अब तक लगभग 109 कुंतल धान खरीद लिया गया है। अफजलगढ़ में कादराबाद और तुरतपुर में दो क्रय केंद्र हैं। कादराबाद में अभी तक 726 कुंतल और 700 कुंतल की खरीद हुई है। शेरकोट में हरेवली तिराहे पर स्थित केंद्र में केवल 200 कुंतल ही खरीद हो पाई है।
- लक्ष्य से काफी पीछे धान खरीद
संवाद सहयोगी, चांदपुर: नूरपुर मार्ग पर एसएफसी केंद्र पर धान खरीद का सेंटर बनाया गया था। पिछले एक अक्टूबर से यहां धान की खरीद शुरू होनी थी, लेकिन शुरूआत बहुत धीमी रही। इस केंद्र को 15 हजार कुंतल धान खरीदने का टारगेट दिया गया था,। लेकिन अभी तक मात्र 183 कुंतल धान की खरीद हो सकी है। उधर, फीना रोड पर कर्मचारी कल्याण निगम पर केंद्र बनाया गया। यहां भी तकरीबन 10 हजार धान खरीद का लक्ष्य दिया गया था, 692 कुंतल धान ही खरीदा जा सका है। जबकि, नूरपुर आरएफसी की स्थिति कुछ बेहतर है। एक अक्टूबर से 18 नवंबर तक 37 क्रय केंद्रों पर धान खरीद का ब्योरा
खरीद एजेंसी लक्ष्य खरीद
खाद्य विभाग 17 हजार मीट्रिक टन 2176.16 मीट्रिक टन
पीसीएफ चार हजार मीट्रिक टन 478. 10 मीट्रिक टन
यूपीएसएस एक हजार मीट्रिक टन 46.04 मीट्रिक टन
यूपी एग्रो एक हजार मीट्रिक टन 234.98 मीट्रिक टन
एसएफसी चार हजार मीट्रिक टन 598.42 मीट्रिक टन
कर्मचारी पांच हजार मीट्रिक टन 2608.98 मीट्रिक टन
कल्याण निगम
नैफेड ढाई हजार मीट्रिक टन 83.80 मीट्रिक टन
मा.खा.नि. डेढ़ हजार मीट्रिक टन 215.54 मीट्रिक टन
---------------------------------------------------
कुल योग- 36 हजार मीट्रिक टन 7205. 92 मीट्रिक टन
--------------------------------------------------
इनका कहना है कि :-
पिछले साल के मुकाबले इस साल 18 नवंबर तक धान की खरीद अधिक हुई है। यदि इस साल कोई क्रय केंद्र प्रभारी धान की खरीद में ना-नुकर करता है, तो शिकायत मिलने पर जांच के बाद सम्बन्धित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। विनोद गौड, एडीएम प्रशासन/जिला नोडल अधिकारी धान खरीद।
------------------------