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सीएए बवाल की जांच को एनएचआरसी ने डेरा डाला

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर हुए बवाल की जांच के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम शुक्रवार को बिजनौर पहुंच गई। डिप्टी एसपी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम तीन दिन तक मौके पर बवाल की जांच करेगी। टीम ने जांच शुरू कर दी है। मुकदमों का रिकार्ड खंगाला। एसआइटी में शामिल विवेचकों से पूछताछ की। उनसे विवेचना के बारे में जुटाए गए साक्ष्यों के बारे में जानकारी ली।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Nov 2021 10:32 PM (IST)Updated: Fri, 12 Nov 2021 10:32 PM (IST)
सीएए बवाल की जांच को एनएचआरसी ने डेरा डाला
सीएए बवाल की जांच को एनएचआरसी ने डेरा डाला

बिजनौर, जागरण टीम। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर हुए बवाल की जांच के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम शुक्रवार को बिजनौर पहुंच गई। डिप्टी एसपी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम तीन दिन तक मौके पर बवाल की जांच करेगी। टीम ने जांच शुरू कर दी है। मुकदमों का रिकार्ड खंगाला। एसआइटी में शामिल विवेचकों से पूछताछ की। उनसे विवेचना के बारे में जुटाए गए साक्ष्यों के बारे में जानकारी ली। शनिवार को टीम घटनास्थल पर पहुंचकर जांच-पड़ताल करेगी।

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20 दिसंबर 2019 को सीएए के विरोध में जिले में बवाल हुआ था। बिजनौर, नहटौर, मंडावर और नगीना में जमकर बवाल हुआ था। आगजनी, पथराव और गोलीबारी हुई थी। नहटौर में सुलेमान और अनस की मौत हो गई थी। लाखों की संपत्ति फूंक दी गई थी। 33 मुकदमे दर्ज कर सैकड़ों लोगों की गिरफ्तारी की गई थीं। बवाल में 35 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे। इस मामले में सपा नेताओं समेत कई प्रभावशाली लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पहली बार बवालियों से नुकसान की भरपाई के लिए संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की गई थी। डिप्टी एसपी के नेतृत्व में पहुंची टीम

डिप्टी एसपी विमल जीत उत्कल, निरीक्षक रणधीश सिंह और चंद्रशेखर की तीन सदस्यीय टीम शुक्रवार को बिजनौर पहुंच गई। तीन दिन तक टीम जांच करेगी। एसपी देहात रामअर्ज और एडीएम टीम के साथ रहे। पहले दिन टीम ने सभी थानों में दर्ज केसों के बारे में जानकारी जुटाई। इस दौरान एफआइआर एकत्र कर उनके बारे में विवेचकों से चर्चा की। टीम ने नहटौर में मारे गए दो युवकों के बारे में जानकारी ली। इस दौरान विवेचकों से दाखिल चार्जशीट के बारे में सवाल जवाब किए। टीम ने अनुज तोमर, आशीष तोमर, संजीव सिंह और निरीक्षक शिवकुमार गौड़ के बयान लिए। शनिवार को टीम घटनास्थल का निरीक्षण करेगी। सीएए बवाल की मानवाधिकार आयोग की टीम जांच कर रही है। 33 मुकदमें और 748 आरोपित

जिलेभर में कुल 33 केस दर्ज किए गए थे। इसमें 748 आरोपित बनाए गए थे। इनमें सपा नेता, चेयरमैन पति, पूर्व चेयरमैन, सपा जिलाध्यक्ष समेत कई प्रभावशाली लोग शामिल थे। 33 केसों में 12 आ‌र्म्स एक्ट के मुकदमे दर्ज किए गए थे। सभी केसों में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। अधिकांश आरोपित जमानत पर हैं। मामले कोर्ट में विचाराधीन है। पुलिस की ओर से बवालियों की निगरानी की जा रही है। शहर कोतवाली में 11 मुकदमे दर्ज हुए थे।


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