सूडान में विस्फोट के बाद ननूपुरा का युवता लापता
सूडान दूतावास से समाचार पत्रों में प्रकाशित जारी 16 लापता श्रमिकों की सूची में मोहित का नाम शामिल है।
बिजनौर, जेएनएन: सूडान की एक फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट के बाद हीमपुर दीपा क्षेत्र के गांव ननूपुरा का युवक लापता हो गया है। फैक्ट्री में तीन दिसंबर को विस्फोट हुआ था। युवक की खोज-खबर नहीं मिलने पर परिजनों ने जिला प्रशासन से लेकर विदेश मंत्रालय तक से बरामदगी की गुहार लगाई है। किसी अनहोनी की आशंका के चलते परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
थाना क्षेत्र के गांव ननूपुरा निवासी मोहित (22) पुत्र दयाराम 25 जनवरी 2019 को वीजा तैयार कराकर गांव के ही मुनेश्वर के माध्यम से सूडान की राजधानी खारतूम स्थित चीनी मिट्टी का सामान बनाने वाली एक फैक्ट्री में नौकरी करने गया था। फैक्ट्री में टायल्स बनाई जाती हैं। तीन दिसंबर को फैक्ट्री में एलपीजी टैंकर में हुए विस्फोट के दौरान 18 भारतीय श्रमिकों की मौत हो गई थी, जबकि 130 लोग घायल हुए थे। साथ ही 16 भारतीय कामगार लापता हो गए थे। ननूपुरा का मोहित भी तभी से लापता है। घटना के बाद से उसका कोई पता नहीं चल पाया है। इसको लेकर परिजन चितित हैं। परिजनों ने बताया कि मोहित की सकुशल वापसी के लिए उन्होंने पांच दिसंबर को जिला प्रशासन और छह दिसंबर को विदेश मंत्रालय भारत सरकार दिल्ली को अलग-अलग प्रार्थना पत्र देकर गुहार लगाई है। विदेश मंत्रालय ने पीड़ित परिजनों को मोहित को तलाशे जाने का आश्वासन दिया है। इतना ही नहीं परिजनों ने भारतीय दूतावास से भी संपर्क साधने के साथ-साथ संबंधित फैक्ट्री के महाप्रबंधक से भी मोबाइल पर बातचीत की है। सूडान दूतावास से जारी 16 लापता भारतीय श्रमिकों की सूची में मोहित का नाम शामिल है। मोहित के पिता दयाराम, मां संतोष देवी ने दुखी मन से बताया कि सूडान में मोहित का साथी वसीम निवासी शेरकोट उनके बेटे के साथ काम करता था। वह तो 10 दिसंबर को सकुशल अपने घर वापस आ गया है। आरोप है कि जब इस संबंध में मोहित को भेजने वाले उनके गांव के मुनेश्वर से बातचीत की गई तो वह दो दिन से घर छोड़कर कहीं चला गया है। परिजनों ने भारत सरकार से मोहित की सकुशल बरामदगी की मांग की है।