हैट्रिक लगाने वाले इकलौते नेता थे मास्टर रामस्वरूप
विधानसभा सीट नजीबाबाद के राजनीतिक इतिहास में अब तक एकमात्र नेता मास्टर रामस्वरूप सिंह ही हैट्रिक लगा सके हैं।
बिजनौर, जागरण टीम। विधानसभा सीट नजीबाबाद के राजनीतिक इतिहास में अब तक एकमात्र नेता मास्टर रामस्वरूप सिंह ही हैट्रिक लगा सके हैं।
नजीबाबाद विधानसभा सीट पर पहला चुनाव वर्ष 1951 में हुआ था। 1951 से 1993 तक एक बार भी ऐसा नहीं हुआ कि कोई भी प्रत्याशी लगातार दूसरी बार विधायक निर्वाचित हो सका हो। इस बीच एकमात्र सुक्खन सिंह दो बार विधायक हुए, लेकिन दूसरी बार विधायक बनने से पहले वह एक बार चुनाव हारे थे। सुक्खन सिंह पहली बार वर्ष 1974 में विधायक निर्वाचित हुए थे। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी मुकंदी सिंह को 5,323 वोटों से हराया था। अगले ही चुनाव में वर्ष 1977 में इसका उल्टा हुआ। इस बार मुकंदी सिंह ने सुक्खन सिंह को काफी बड़े अंतर 13,274 वोटों से हराया।
इसके बाद मास्टर रामस्वरूप सिंह को शुरुआती दो चुनाव में हार का सामना करने वाले मास्टर रामस्वरूप सिंह ही एकमात्र ऐसे नेता बने, जो लगातार तीन बार विधायक निर्वाचित हुए। वर्ष 1980 और 1985 का चुनाव बुरी तरह हारने वाले मास्टर रामस्वरूप सिंह वर्ष 1993, 1996 और 2002 में जीते और विधायक बने। हाजी तसलीम अहमद सपा के मौजूदा विधायक हैं। नजीबाबाद विधानसभा में क्षेत्र में बढ़े 12 बूथ
विधानसभा चुनाव के अंतर्गत 14 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए इस बार नगरीय क्षेत्र में तीन बूथ बढ़ाए गए हैं, जबकि पूरी विधानसभा क्षेत्र में 12 बूथ बढ़े हैं। इस बार नए बूथ बनने से दो गांवों के मतदाता अपने ही गांव में मतदान कर सकेंगे।
तहसीलदार गोपेश तिवारी ने बताया कि नजीबाबाद नगरपालिका क्षेत्र में एमडीएस इंटर कालेज, हरनाम सिंह बाल विहार, नगर पंचायत जलालाबाद में मदरसा कासिम उल उलूम में एक-एक बूथ बढ़ाया गया है। नगर पंचायत में पोलिग बूथ में कोई वृद्धि नहीं हुई है। इसके अलावा इस बार विधानसभा क्षेत्र में 379 की जगह कुल 391 बूथ होंगे। इस बार दो गांवों के ग्रामीण अपने ही गांव में मतदान कर सकेंगे। प्रशासन ने गांव पदारथपुर और गांव सैदपुर मीरा में मतदान केंद्र बढ़ाया है। पहले पदारथपुर के ग्रामीण अमानुल्लापुर और सैदपुरा मीरा के ग्रामीण गांव सरवनपुर में जाकर मतदान करते थे। तहसीलदार ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। सभी बूथों पर मतदान के लिए आने वाले मतदाताओं के बीच शारीरिक दूरी बनाने, मास्क का उपयोग एवं सफाई की व्यवस्था पर ध्यान दिया जाएगा।