फेस्टिवल स्पेशल के रूप में चलेगी लिक एक्सप्रेस
रेलवे ने फेस्टिवल स्पेशल गाड़ियों की श्रेणी में देहरादून-प्रयागराज के बीच चलने वाली लिक एक्सप्रेस ट्रेन को भी शामिल कर लिया है। रेलवे लिक एक्सप्रेस को 11 दिसंबर से 31 दिसंबर तक चलाएगा। वहीं रेलवे सूत्रों का कहना है कि नजीबाबाद स्टेशन पर ट्रेन का स्टापेज नहीं दिया गया है।
जेएनएन, बिजनौर। रेलवे ने फेस्टिवल स्पेशल गाड़ियों की श्रेणी में देहरादून-प्रयागराज के बीच चलने वाली लिक एक्सप्रेस ट्रेन को भी शामिल कर लिया है। रेलवे लिक एक्सप्रेस को 11 दिसंबर से 31 दिसंबर तक चलाएगा। वहीं, रेलवे सूत्रों का कहना है कि नजीबाबाद स्टेशन पर ट्रेन का स्टापेज नहीं दिया गया है।
ज्यों-ज्यों हरिद्वार महाकुंभ नजदीक आ रहा है, रेलवे यातायात व्यवस्था को सु²ढ़ बनाने में जुट गया है। जिसके अंतर्गत रेलवे ने फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों की सूची में देहरादून-प्रयागराज के बीच संचालित होने वाली लिक एक्सप्रेस ट्रेन को शामिल कर लिया है। मंडलीय अधिकारियों द्वारा जारी सूचना में स्थानीय रेलवे अधिकारियों को अवगत कराया गया है कि प्रयागराज से देहरादून के लिए रवाना होने वाली ट्रेन 04113 अप 11 दिसंबर से 30 दिसंबर तक चलेगी। यही ट्रेन देहरादून से प्रयागराज के लिए 12 दिसंबर से 31 दिसंबर तक चलेगी। दोनों ट्रेनों के नौ-नौ ट्रिप होंगे। नजीबाबाद स्टेशन के लिए यह ट्रेन हमेशा से ही काफी महत्वपूर्ण रही है, लेकिन बताया जा रहा है कि ट्रेन फेस्टिवल स्पेशल गाड़ियों की सूची में शामिल है। फिलहाल इसे नजीबाबाद रेलवे स्टेशन पर स्टापेज नहीं दिया गया है। यह ट्रेन कई अन्य स्टेशनों पर भी रुकती थी, लेकिन स्पेशल ट्रेन होने के चलते मुरादाबाद-लक्सर के बीच ट्रेन का कोई स्टापेज नहीं रखा गया है। वहीं, रेलवे ने 30 नवंबर तक संचालित होने वाली मसूरी एक्सप्रेस ट्रेन के संचालन की अवधि बढ़ा दी है। देहरादून-नजीबाबाद-दिल्ली के बीच चलने वाली मसूरी एक्सप्रेस ट्रेन अब अप एवं डाउन दिशा में 31 दिसंबर तक संचालित होगी।
पुलिस ने वैकल्पिक मार्गों से निकाले वाहन
बिजनौर: भाकियू की ओर से चक्का जाम को लेकर पुलिस द्वारा चाक-चौबंद व्यवस्था की गई। धरनास्थल पर पुलिस मुस्तैद रही। जाम से निपटने के लिए अन्य मार्गों से वाहनों को निकाला गया।
भाकियू के चक्का जाम के लिए पुलिस-प्रशासन ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी। सुबह से धरना स्थलों पर पुलिस मुस्तैद हो गई। एसडीएम और सीओ गश्त करते रहे। पुलिस ने किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन दोपहर बाद तक ही धरना उठ पाया। सड़क पर चक्का जाम होने की वजह से जाम की स्थिति हुई। कई जगह वाहनों की लंबी कतारें लग गई। कुछ जगह वाहनों को अलग-अलग रास्तों से निकाला गया। मेरठ-पौड़ी हाईवे पर आने-जाने वाले वाहनों को बाइपास से निकाला गया। किसानों और वाहन चालकों में कोई टकराव न हो, इसलिए पुलिस ने जगह-जगह बैरियर लगाकर वाहनों को रोक दिया। उन्हें निर्धारित मार्ग से भेजा गया। एसपी डा. धर्मवीर सिंह ने बताया कि धरना शांतिपूर्ण तरीके से रहा। वाहनों को अन्य मार्गों से निकाल दिया था। पुख्ता इंतजाम के लिए चौराहों और धरनास्थल पर पुलिस तैनात थी। अधिकारी लगातार गतिशील रहे।