लाखों रुपये खर्च, मगर दो टके का लाभ नहीं
नजीबाबाद में ढुलमुल व्यवस्थाएं किसे कहते हैं इसकी मिसाल देखने के लिए नगर क्षेत्र से सटा गांव अकबरपुर चौगांवा मुफीद जगह है। दरअसल विद्युत निगम ने गांव में नवविकसित क्षेत्र को बिजली उपलब्ध कराने के लिए दो वर्ष पहले गांव में विद्युतीकरण किया था।
बिजनौर, टीम जागरण। नजीबाबाद में ढुलमुल व्यवस्थाएं किसे कहते हैं, इसकी मिसाल देखने के लिए नगर क्षेत्र से सटा गांव अकबरपुर चौगांवा मुफीद जगह है। दरअसल, विद्युत निगम ने गांव में नवविकसित क्षेत्र को बिजली उपलब्ध कराने के लिए दो वर्ष पहले गांव में विद्युतीकरण किया था। दर्जनभर से ज्यादा खंभे लगाकर उन पर एबीसी कंडक्टर विद्युत लाइन बनाई थी। विद्युत आपूर्ति के लिए ट्रांसफार्मर भी रखा था, लेकिन आज तक भी लोगों को बिजली नहीं मिल सकी। खंभों पर बनी विद्युत लाइन शोपीस बनी है। चोर ट्रांसफार्मर से कीमती सामान चोरी कर ले गए। ट्रांसफार्मर का खोखा जंग खा रहा है। ग्रामीण काफी लंबे केबल के जरिए दशकों पुरानी विद्युत लाइन से ही जोखिम भरे ढंग से बिजली लेने पर मजबूर हैं। -ग्रामीणों का दर्द
तीन साल से विद्युत लाइन बनी है। पुरानी लाइन से करीब 300 मीटर लंबा केबल डालकर बिजली लेने पर मजबूर हैं। लाइन में कभी भी फाल्ट हो जाता है।
-जयपाल सिंह चौहान ट्रांसफार्मर जो लगा था, वह फाउंडेशन ध्वस्त होने से गिर गया था। बावजूद इसके बिजली नहीं मिलना अधिकारियों की ढील का नतीजा है।
-संदीप कुमार 50 साल पुरानी लाइन का लोड घटाने के लिए नई लाइन ढाई वर्ष पहले बनी थी। जिससे एक दिन भी बिजली नहीं मिली है। ग्रामीण परेशान हैं।
-राजकुमार बोले ग्राम प्रधान
नई लाइन से सप्लाई देने के लिए अधिकारियों से कई बार कहा जा चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। सौ से ज्यादा परिवार परेशान हैं।
-प्रदीप कुमार इन्होंने कहा
कई खंभे लगना, उन पर बिजली की लाइन बनना, ट्रांसफार्मर रखा जाना और फिर भी विद्युत आपूर्ति नहीं होना चिता की बात है। यह मामला अब संज्ञान में आया है। इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
-विकास कुमार, एसडीओ नजीबाबाद