कोरोना संक्रमितों के उपचार को खोला कोविड अस्पताल
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तेजी से पैर पसार रही है। इसके चलते धामपुर के चार युवाओं ने नगीना मार्ग पर बाग रामलीला परिसर के पीछे एक निजी स्कूल में अस्थाई कोविड अस्पताल खोला है। यह 20 बेड का अस्पताल है और इसमें निश्शुल्क उपचार किया जा रहा है। उपचार के लिए दो चिकित्सक रखे गए हैं और कुछ स्वास्थ्यकर्मी भी मरीजों की देखभाल में लगे हैं।
जेएनएन, बिजनौर। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तेजी से पैर पसार रही है। इसके चलते धामपुर के चार युवाओं ने नगीना मार्ग पर बाग रामलीला परिसर के पीछे एक निजी स्कूल में अस्थाई कोविड अस्पताल खोला है। यह 20 बेड का अस्पताल है और इसमें निश्शुल्क उपचार किया जा रहा है। उपचार के लिए दो चिकित्सक रखे गए हैं और कुछ स्वास्थ्यकर्मी भी मरीजों की देखभाल में लगे हैं।
रयान फाउंडेशन के तत्वावधान में नगीना रोड पर स्थित एक निजी स्कूल में कोरोना संक्रमितों की मदद को एक 20 बेड का अस्पताल खोला गया है। यह अस्पताल चार दोस्तों कमाल अहमद, राघवशरण गोयल, नाजिम अहमद, भूपेन्द्र शर्मा ने खोला है। ये चारों युवक पुरुषोत्तम शरण भानु प्रकाश सरस्वती शिशु मंदिर और रामगोपाल रामचंद्र सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज के पुरातन छात्र हैं। इस अस्पताल में दो एमबीबीएस चिकित्सकों की तैनाती की गई है और मरीजों की देखभाल के लिए स्वास्थ्यकर्मी भी रखे गए हैं। अस्पताल में आक्सीजन बेड, इसोलेशन, दवाइयां, भोजन आदि सभी सुविधाएं निश्शुल्क है। बताया जाता है कि इसका पूरा खर्च रयान फाउंडेशन उठा रही है।
भूपेंद्र शर्मा सोनू ने बताया कि वह वैसे तो पत्रकारिता करते हैं, लेकिन पिछले काफी समय से सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। हिदू ब्लड बैंक सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट से जुड़कर लोगों को रक्त मुहैय्या कराने के साथ अब प्लाज्मा डोनेट करवाना, आक्सीजन दिलवाने के काम में लगे हैं। उनकी फेसबुक पर रयान फाउंडेशन के कमाल अहमद से भेंट हुई तो उन्होंने कोविड अस्पताल खोलने की बात कही और आज जनसहयोग से कोविड अस्पताल धामपुर के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है।
राघव शरण गोयल का कहना है कि वह भाजपा के मंडल अध्यक्ष हैं और जब कोरोना संक्रमण ने फिर से पैर पसारे तो धामपुर में आक्सीजन की कमी महसूस हुई तो उन्होंने निश्शुल्क आक्सीजन बंटवाने का काम किया। तभी उनके सम्पर्क में सरस्वती विद्या मन्दिर में पढ़े पुरातन छात्र आए और हमने एक कोविड अस्पताल खोलने का मन बनाया और वह अस्पताल जरूरतमंद लोगों को निश्शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है।
रयान फाउंडेशन के कमाल अहमद ने बताया कि वह बैंक में अधिकारी के पद पर नौकरी करते हैं और काफी समय से कुछ करने का मन में विचार आया तो उन्होंने जन सहयोग से धामपुर में कोविड अस्पताल शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि कोई भी मरीज, अस्पताल में आकर डाक्टर से निश्शुल्क परामर्श ले सकता है।
नाजिम अहमद का कहना है कि सामाजिक कार्यों में वे बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। बताया कि यह अस्पताल उन सभी जरूरतमंदों के लिए है, जो आर्थिक रुप से कमजोर हैं। भविष्य में भी इस प्रकार की योजनाएं रयान फाउंडेशन की ओर से जारी रहेंगी।