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कन्याओं को बांटे किट और प्रमाणपत्र

वर्तमान में बेटियां बेटों से पीछे नहीं हैं। माता-पिता बेटियों को भी शिक्षा के लिए लड़कों के समान मौका दें ताकि बेटियां भी उत्साह और आत्मविश्वास के साथ अपनी प्रतिभाओं से देश और समाज के विकास में अपनी भूमिका अदा कर सकें।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 05:24 PM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 05:24 PM (IST)
कन्याओं को बांटे किट और प्रमाणपत्र
कन्याओं को बांटे किट और प्रमाणपत्र

बिजनौर,जेएनएन। वर्तमान में बेटियां बेटों से पीछे नहीं हैं। माता-पिता बेटियों को भी शिक्षा के लिए लड़कों के समान मौका दें, ताकि बेटियां भी उत्साह और आत्मविश्वास के साथ अपनी प्रतिभाओं से देश और समाज के विकास में अपनी भूमिका अदा कर सकें।

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यह बात शुक्रवार को जिला महिला अस्पताल में हुए कार्यक्रम में डीएम रमाकांत पांडेय ने कही। इस मौके पर उन्होंने जिला महिला अस्पताल में गुरुवार रात उत्पन्न हुई सात नवजात बेटियों एवं उनकी माताओं को खिलौने, फल, बिस्कुट, बेबी पाउडर, मच्छरदानी आदि वस्तुओं पर आधारित किट और जन्म प्रमाण पत्र वितरित किए। उन्होंने कहा कि बेटी के जन्म के बाद से घर में खुशहाली एवं परिवार वालों के लिए वरदान होती हैं। बेटी और बेटे में भेदभाव करना रूढ़ीवादिता का प्रतीक है, क्योंकि वर्तमान में बेटी किसी भी स्तर पर और क्षेत्र में बेटों से पीछे नहीं हैं। उन्होंने आह्वान किया कि माता-पिता बेटियों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव न बरतें और उनका पालन-पोषण भी बेटों की ही तरह करें। कार्यक्रम में एसडीएम सदर विक्रमादित्य सिंह मलिक, सीएमएस महिला अस्पताल डा. प्रभा रानी, जिला प्रोबेशन अधिकारी संजय यादव के अलावा जिला महिला चिकित्सालय में कार्यरत चिकित्सक एवं पैरा मेडिकल स्टाफ मौजूद थे।


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