एक बार जो बिछड़ा पलट कर नहीं आया..
मुरादाबाद मार्ग स्थित एक विवाह मंडप में हिन्दी दिवस पर कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। कवि एएम तुराज ने कहा रूठा वो किसी रूह की मानिन्द बदन से एक बार जो बिछड़ा पलट कर नहीं आया।
बिजनौर, जेएनएन। मुरादाबाद मार्ग स्थित एक विवाह मंडप में हिन्दी दिवस पर कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। कवि एएम तुराज ने कहा 'रूठा वो किसी रूह की मानिन्द बदन से, एक बार जो बिछड़ा पलट कर नहीं आया।' मैराज बिजनौरी ने कहा कि 'जो लोग कुछ भी नहीं फिर भी उड़ते हैं हवाओं में, तुम आसमान हो फिर भी जमीं पर रहते हो।' अन्य कवियों ने भी काव्यपाठ कर वाहवाही लूटी।
मंगलवार रात आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि हिन्दी हमारी मां है और मां का एक दिन नहीं होता। हम सभी की जिम्मेदारी है कि साहित्य को बचाकर रखें। मार्ग व पार्को का नामकरण साहित्यकारों के नाम पर किया जाएगा। मंडलायुक्त ने कार्यक्रम संयोजक डा. मनोज वर्मा आभार जताया। यश भारती पुरस्कार से पुरस्कृत माहेश्वर तिवारी ने हिन्दी भाषा पर प्रकाश डाला। कवि सम्मेलन में हास्य कवि प्रवीण राही ने अपनी कविता से सभी को गुदगुदाया। मैराज बिजनौरी ने कहा कि 'जो लोग कुछ भी नहीं फिर भी उड़ते हैं हवाओं में, तुम आसमान हो फिर भी जमीं पर रहते हो।' एएम तुराज ने कहा 'रूठा वो किसी रूह की मानिन्द बदन से, एक बार जो बिछड़ा पलट कर नहीं आया।' अश्मनि विश्नोई, चिराग शर्मा, दानिश जावेद, महशर आफरीदी, नजर बिजनौरी, मुमताज नसीम आदि ने काव्य पाठ किया। डीएम उमेश मिश्रा, एसपी डा. धर्मवीर सिंह, डा. अनुराग अग्रवाल, डा. मनोज वर्मा, कुंवर राणा प्रताप, सर्वेश कुमार, एएसपी राम अर्ज, डा. शंकरलाल शर्मा, कुशलपाल सिंह, डा. अनुराग अग्रवाल, डा. लिपि सेन वर्मा आदि मौजूद रहे। - - - - -