जांच टीम के साथ मारपीट, सरकारी फाइल फाड़ी
मनरेगा कार्यो की जांच करने गए जिला विकास अधिकारी और परियोजना निदेशक के साथ ग्रामीणों ने अभद्रता करते हुए मारपीट की और सरकारी फाइल फाड़ दी। ग्राम विकास अधिकारी ने चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
जेएनएन, बिजनौर। मनरेगा कार्यो की जांच करने गए जिला विकास अधिकारी और परियोजना निदेशक के साथ ग्रामीणों ने अभद्रता करते हुए मारपीट की और सरकारी फाइल फाड़ दी। ग्राम विकास अधिकारी ने चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
भरैका गांव निवासी रिकू ने रोजगार सेवक मुकेश द्वारा मनरेगा की हाजिरी में घपला करने की शिकायत जिलाधिकारी से की थी। इसकी जांच करने जिला विकास अधिकारी बिजनौर कृष्ण कुमार, परियोजना निदेशक बिजनौर ज्ञानेश्वर प्रसाद तिवारी, ग्राम विकास अधिकारी ब्लाक किरतपुर महेश और जफर बाबू आदि रविवार को भरैका गांव पहुंचे। टीम प्राथमिक विद्यालय परिसर में स्थित पंचायत घर में मामले की जांच कर रही थी। उसी समय कुछ ग्रामीण आपस में लड़ने लगे। इसके बाद ग्रामीणों ने जांच टीम के साथ अभद्रता करते हुए मारपीट शुरू कर दी। ग्रामीणों ने सरकारी फाइल भी फाड़ दी। इस बीच जांच टीम ने भागकर जान बचाई। ग्राम विकास अधिकारी महेश ने भागेश पुत्र बदलू, करण पुत्र फुल्लू, कैलाश पुत्र जगराम और ओमप्रकाश पुत्र भस्सू निवासी भरैकी गांव के खिलाफ मारपीट, गाली देने और सरकारी कार्य मे बाधा उत्पन्न करने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। कोतवाल शरद मलिक ने बताया कि आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। दहेज प्रताड़ना में सात के खिलाफ मुकदमा
अफजलगढ़ क्षेत्र के गांव नवाबपुरा निवासी ज्योति पुत्री राम अवतार सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि आठ माह पूर्व उसकी शादी जनपद हापुड़ के थाना बाबूगढ़ के गांव शाहपुरजट निवासी प्रिस से हुई थी। पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसका पति प्रिस, सास राजबाला और अन्य ससुराल वाले उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे। विरोध करने पर उससे मारपीट की जाती थी। आरोप है कि एक दिन वह रसोई में खाना बना रही थी तो सास ने गर्म तेल उस पर फेंक दिया। इसके बाद पीड़िता अपने मायके में रहने लगी। कोतवाल मनोज कुमार ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर पति प्रिस, सास राजबाला व अन्य रिश्तेदार पंकज, गितेश, पप्पी, रामजीलाल तथा किरनपाल के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।