कस्तूरबा गांधी स्कूलों की जांच, फंस सकती है कई की गर्दन
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में खरीदे गए करीब 75 लाख के सामान की शिक्षा विभाग की ओर से जांच शुरू हो गई है। बुधवार को सहायक बेसिक शिक्षा निदेशक मुरादाबाद संजय कुमार रस्तोगी ने कस्तूरबा स्कूलों में पहुंचकर रिकार्ड को खंगाला है। बाजार भाव से भी दुगने कीमत पर स्कूल के लिए सैनिटाइजर खरीदा गया बताया जा रहा है।
जेएनएन, बिजनौर। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में खरीदे गए करीब 75 लाख के सामान की शिक्षा विभाग की ओर से जांच शुरू हो गई है। बुधवार को सहायक बेसिक शिक्षा निदेशक मुरादाबाद संजय कुमार रस्तोगी ने कस्तूरबा स्कूलों में पहुंचकर रिकार्ड को खंगाला है। बाजार भाव से भी दुगने कीमत पर स्कूल के लिए सैनिटाइजर खरीदा गया बताया जा रहा है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा है। जांच पूरी होने पर शिक्षा विभाग के कई अधिकारियों की गर्दन फंस सकती है।
राज्य परियोजना निदेशक विजय किरण आनंद ने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में खरीदे गए सामान में गड़बड़ी पकड़े जाने पर हर जिले में जांच के आदेश दिए थे। राज्य परियोजना निदेशक ने बिजनौर के स्कूलों की जांच सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक मुरादाबाद को सौंपी है। बुधवार को सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक संजय कुमार रस्तोगी ने कस्तूरबा गांधी स्कूलों में पहुंचकर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। सुबह दस बजे एडी बेसिक मुरादाबाद बीएसए कार्यालय पहुंचे। सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय में कस्तूरबा का रिकार्ड खंगाला। इसके बाद सहायक बेसिक शिक्षा निदेशक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय धर्म नगरी में पहुंचकर स्कूल के रिकार्ड की जांच-पड़ताल की। फरवरी व मार्च के महीने में खरीदे गए सामान के कागजात भी देखें। उसके बाद एडी बेसिक मुरादाबाद कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय किरतपुर पहुंचकर स्कूल के रिकार्ड की जांच की। सूत्रों की मानें तो फरवरी और मार्च के महीने में खरीदे गए सामान में बाजार भाव में दोगुने का अंतर बताया गया है। सैनिटाइजर की खरीदारी में शिक्षा विभाग ने हद ही कर दी है। सैनिटाइजर की बोतल कस्तूरबा गांधी विद्यालय के लिए 495 रुपये में खरीदी बताई जा रही है। जांच अधिकारी इस मामले में भी जानकारी जुटा रहे हैं। सहायक बेसिक शिक्षा निदेशक मुरादाबाद संजय कुमार रस्तोगी ने बताया कि बुधवार को बिजनौर पहुंचकर कस्तूरबा के सामान की खरीदारी की जांच शुरू कर दी है। अभी सामान खरीदारी की जांच शुरू की गई है। जांच पूरी होने पर ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।