बकाया गन्ना मूल्य भुगतान की मांग को लेकर गरजे किसान
अपनी मांगों को लेकर किसानों ने सोमवार को डीसीओ आफिस पहुंचकर प्रदर्शन किया। बाद में भाकियू भानु संगठन के पदाधिकारियों की ओर से प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन डीसीओ को सौंपा गया।
जेएनएन, बिजनौर। अपनी मांगों को लेकर किसानों ने सोमवार को डीसीओ आफिस पहुंचकर प्रदर्शन किया। बाद में भाकियू भानु संगठन के पदाधिकारियों की ओर से प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन डीसीओ को सौंपा गया।
भारतीय किसान यूनियन (भानु) के बैनर तले अनेक पदाधिकारी व कार्यकर्ता और किसान सोमवार को जिला गन्ना अधिकारी कार्यालय पहुंचे। वहां उन्होंने पहले समस्या पर चर्चा की और समाधान की है। किसानों ने कहा कि कोरोना काल में हर कोई परेशान है। ऐसे में किसानों का बकाया गन्ना मूल्य का जल्द भुगतान कराने, तीनों कृषि कानून समाप्त करने, नहरों में पानी छोड़ा जाने, आवारा घूम रहे पशुओं को पकड़कर पशुशाला में छोड़ने, यूरिया, डीएपी आदि खाद किसानों को उपलब्ध कराने की मांग की गई। बाद में पदाधिकारियों ने डीसीओ को ज्ञापन सौंपा। कहा कि यदि उनकी समस्याओं का शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो वे आंदोलन करेंगे। ज्ञापन देने वालों जिलाध्यक्ष नरेश कुमार, चंद्रपाल सिंह, चौधरी अनिल कुमार, बलवंत सिंह, धूम सिंह, रामपाल सिंह राठी, राजेंद्र सिंह, चौधरी देवेंद्र सिंह, गजेन्द्र सैनी, जयपाल सैनी, राजेंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे।
रंजिशन खेत में खड़ी गन्ने की फसल जोत डाली
बिजनौर। गांव फैजीपुर खादर में चुनावी रंजिश में दबंगों द्वारा गरीब महिला के खेत में खड़ी गन्ने की फसल जोतने का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित पक्ष ने प्रधान द्वारा दबंगों से फसल जुतवाने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने एसडीएम चांदपुर से घटना की शिकायत कर जांच कराने की मांग की है।
क्षेत्र के गांव फैजीपुर खादर निवासी निर्देश पत्नी जनेश्वर ने सोमवार को एसडीएम चांदपुर को शिकायती पत्र देकर लगाया कि प्रधान ने पहले भू राजस्व कर्मियों से सांठगांठ की,। उसके बाद दबंगों साथ मिलकर खेत में खड़ी दो बीघा गन्ने की फसल जोत दी। आरोप लगाया कि चुनाव में पीड़िता ने प्रधान को वोट नहीं दिए। इस कारण वह रंजिश रखता था। रंजिश के चलते ही उसने फसल जुतवाई। इससे पूर्व भी दबंगों ने रंजिशन छह जून को उसकी जंगल में खड़ी दो बीघा गन्ने की फसल ट्रैक्टर से जोतकर नष्ट कर दी। विरोध करने पर उक्त लोगों ने उसे जान से मारने व उजाड़ने की धमकी भी दी। आरोप है कि मौके पर मौजूद भू- राजस्व विभाग के कर्मचारियों से पैमाइश करने की गुहार लगाई गई, लेकिन उन्होंने हस्तक्षेप नहीं किया। पीड़िता ने एसडीएम से मामले की शिकायत कर कार्रवाई की मांग की। उधर, एसडीएम वीके मौर्य ने तहसीलदार सुनील कुमार को स्वयं मौके पर जाकर जांच करने के आदेश दिए हैं।