किसानों को भी मिले दीपावली बोनस
भारतीय किसान संघ कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के किसानों को दीपावली का बोनस देने और गन्ना मूल्य 500 रुपये प्रति कुंतल घोषित कर किसानों को दीपावली का तोहफा देने की सरकार से मांग की। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा।
बिजनौर, जेएनएन। भारतीय किसान संघ कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के किसानों को दीपावली का बोनस देने और गन्ना मूल्य 500 रुपये प्रति कुंतल घोषित कर किसानों को दीपावली का तोहफा देने की सरकार से मांग की। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा।
मंगलवार को भारतीय किसान संघ के जिला मीडिया प्रभारी देवप्रताप सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। जिसमें बताया गया कि जनपद बिजनौर की चीनी मिलों ने गतवर्ष किसानों से खरीदे गए गन्ना मूल्य का शत-प्रतिशत भुगतान नहीं किया है। इस वर्ष भी गन्ना मूल्य अब तक निर्धारित नहीं हुआ है। बैंकों से ऋण लेने वाले, बिजली बिलों की बढ़ी दरों को झेलने वाले किसान ज्यादा परेशान हैं। भारतीय किसान संघ कार्यकर्ताओं ने कहा कि एक ओर सरकार सरकारी कर्मचारियों को दीपावली का बोनस दे रही है, वहीं किसानों की अनदेखी की जा रही है। तहसीलदार को सौंपे ज्ञापन में कृषि कार्ड पर ब्याज माफ करने, किसानों को दीपावली पर बोनस देने, गन्ना मूल्य 500 रुपये प्रति कुंतल घोषित करने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में सुखवीर सिंह, खुशपाल सिंह, सुधीर कुमार, चंद्रपाल सिंह, धर्मवीर सिंह, विजय शंकर, सुनील, सुरेश सिंह, प्रीतम सिंह, अर्जुन सिंह शामिल रहे।
450 रुपये प्रति कुंतल गन्ना मूल्य मांगा
बिजनौर: आजाद किसान यूनियन मंगलवार को गन्ना समिति परिसर में हुई पंचायत में 450 रुपये प्रति कुंतल गन्ना मूल्य घोषित किए जाने का मुद्दा छाया रहा। पंचायत के बाद मुख्यमंत्री को संबोधित छह सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम सदर विक्रमादित्य मलिक को सौंपा गया।
सहकारी गन्ना विकास समिति कार्यालय परिसर में मंगलवार को हुई पंचायत में बकाया गन्ना मूल्य भुगतान दिलाने, गन्ना सप्लाई के लिए पुरानी पर्ची व्यवस्था को लागू कराए जाने, खेतों में पत्ती जलाने पर लगी पाबंदी के आदेश को वापस लिए जाने, गन्ने का मूल्य 450 रुपये कुंतल घोषित किए जाने का मुद्दा छाया रहा। पंचायत में खेतों में घूम रहे आवारा पशुओं को पकड़वाने और क्रय केन्द्रों पर होने वाली घटतौली को रोके जाने की मांग की गई। बाद में किसानों ने इन मांगों से सम्बन्धित छह सूत्रीय एसडीएम सदर विक्रमादित्य सिंह मलिक को दिया। पंचायत में राजेन्द्र सिंह, चौधरी विरेन्द्र सिंह, एमपी सिंह, गिरिराज सिंह, मूला सिंह, संजीव राठी, सतेन्द्र राठी, धर्मेन्द्र सिंह, नेपाल सिंह, मुनेन्द्र सिंह आदि मौजूद थे।