तापमान का अंतर घटने से और खतरनाक हुई ठंड
पिछले कुछ दिनों से सितम ढा रही ठंड रविवार को भी बेदर्द रही। रविवार को क्षेत्र के अधिकतम तापमान में करीब चार डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। मौसम में गलन और ठिठुरन बढ़ने से सड़कें सूनसान रहीं और जहां-तहां लोग अलाव को घेरे हुए ही दिखाई दिए।
बिजनौर, जागरण टीम। पिछले कुछ दिनों से सितम ढा रही ठंड रविवार को भी बेदर्द रही। रविवार को क्षेत्र के अधिकतम तापमान में करीब चार डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। मौसम में गलन और ठिठुरन बढ़ने से सड़कें सूनसान रहीं और जहां-तहां लोग अलाव को घेरे हुए ही दिखाई दिए।
राजकीय इंटर कालेज मौसम वेधशाला के प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि रविवार को क्षेत्र का न्यूनतम तापमान आठ डिग्री और अधिकतम तापमान 12.6 डिग्री दर्ज किया गया है। क्षेत्र में न्यूनतम तापमान में गिरावट नहीं आ रही है, जबकि अधिकतम तापमान लगातार गिर रहा है। न्यूनतम और अधिकतम तापमान के बीच का अंतर शनिवार की अपेक्षा चार डिग्री और कम होने से गलन महसूस की गई। हाथ-पांव सुन्न हो गए। वहीं, हल्की शीतलहर चलने से खासी ठिठुरन महसूस की गई। नगर क्षेत्र में गिने-चुने स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गई है। रेलवे स्टेशन, मालगोदाम तिराहा, कृष्णा टाकीज चौक पर राहगीर और ठेली-रिक्शा वाले अलाव को घेरे रहे। पहले कोरोना की दहशत और अब मौसम से बाजार बेरौनक हो गए हैं। वहीं, किसान निरंतर घटते तापमान और इस ठंड को फसलों के लिए हानिकारक मान रहे हैं। किसान परमजीत सिंह, जोगिदर सिंह बताते हैं कि पहले तेज बारिश ने गेहूं की फसल पर पानी फेरा और अब पाले से गन्ने का अगोला सूख रहा है। जिससे खेतीहर पशुओं के लिए चारे की दिक्कत तो हो ही रही है, साथ ही गन्ना भी प्रभावित हो रहा है। वहीं, बरसीम की फसल भी पाले से प्रभावित हो रही है। इससे किसानों को काफी नुकसान हो रहा है।