तो क्रिकेट का मैदान बन गए सूखे तालाब
ग्रामीण क्षेत्र में सूखे तालाबों को बच्चों ने बना लिया खेल मैदान ग्रामीण क्षेत्र में सूखे तालाबों को बच्चों ने बना लिया खेल मैदान
बिजनौर, जेएनएन। तमाम प्रयास और योजनाओं के लागू होने के बाद भी तालाबों का सूखा समाप्त नहीं हो रहा है। क्षेत्र के ग्राम धारूपुर में तालाब पानी विहीन पड़े हैं उनमें धूल उड़ रही है। बच्चों ने सूखे तालाबों में क्रिकेट का मैदान बना लिया है। कहा जाए तो एक समय पानी से लबालब नजर आने वाला तालाब खेल का मैदान नजर आ रहा है। उधर, गांव के एक तालाब की खुदाई तो मनरेगा से कराई जा चुकी है लेकिन पानी भरवाने की जरूरत नहीं समझी गई।
आने वाला समय गर्मी का है। पशुओं के लिए तालाब बहुत लाभदायक होते हैं। वजह, पानी और नहाने के लिए उन्हें अच्छा साधन मिल जाता है। लेकिन, गांवों के तालाबों में पानी न होने से जहां ग्रामीणों का परेशानी होगी तो वहीं पशुओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। विकास खंड नूरपुर के ग्राम धारूपुर में तालाबों में पानी नहीं है। तालाब सूखे होने के कारण बच्चों ने क्रिकेट के खेल का मैदान बना लिया है। इसके अलावा सूखे तालाब और किस काम के हो सकते हैं। गांव के तालाबों में बिल्कुल पानी नहीं रह गया है। गांव निवासी हेमराज सिंह का कहना है कि मवेशी प्यास बुझाने के लिए दूर तक भटकने को मजबूर रहते हैं। गांव के तालाबों में पानी न होने से भारी समस्या हो रही है। मवेशियों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। ग्रामीण राजेंद्र सिंह ने बताया कि आखिर गांव के लोग क्या करें। गांव के तालाब भरवा दिए जायें तो समस्या का निराकरण हो जाये लेकिन उपेक्षा के चलते तालाबों का उद्धार नहीं हो पा रहा है। रमेश सिंह ने बताया गांव के प्रधान ने मनरेगा से तालाब की खुदाई तो कराई है लेकिन उसको भरवाया नहीं है। अगर पानी भरवा दिया जाता तो गांव के लोगों की समस्या काफी हल हो सकती थी लेकिन इस तरफ किसी का ध्यान ही नहीं है।