मुआवजे को लेकर डीएम ने शेरकोट पहुंच किया निरीक्षण
एनएच-74 के चौड़ीकरण के लिए अधिग्रहीत की गई भूमि व मकानों का अभी तक क्षेत्र के तमाम किसानों और भू-स्वामियों को मुआवजा नहीं मिला है जबकि किसान तभी से इसके लिए प्रयासरत हैं। भाकियू ने भी किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किया था। इसके बावजूद उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हो रहा है। बुधवार को डीएम ने शेरकोट पह़ुंचकर किसानों से वार्ता की तथा उन्हें समस्या का जल्द समाधान कराने और उचित मुआवजा दिए जाने का आश्वासन दिया।
बिजनौर, जेएनएन। एनएच-74 के चौड़ीकरण के लिए अधिग्रहीत की गई भूमि व मकानों का अभी तक क्षेत्र के तमाम किसानों और भू-स्वामियों को मुआवजा नहीं मिला है, जबकि किसान तभी से इसके लिए प्रयासरत हैं। भाकियू ने भी किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किया था। इसके बावजूद उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हो रहा है। बुधवार को डीएम ने शेरकोट पह़ुंचकर किसानों से वार्ता की तथा उन्हें समस्या का जल्द समाधान कराने और उचित मुआवजा दिए जाने का आश्वासन दिया। इसके अलावा उन्होंने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का भी दौरा किया।
हरिद्वार से नैनीताल राष्ट्रीय राजमार्ग का चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। इसकी जद में आने वाली किसानों की भूमि व मकान इसके लिए अधिग्रहीत किए गए थे, लेकिन अभी तक तमाम किसानों को अभी तक इसका मुआवजा नहीं मिला है। इसके चलते पिछले दिनों शेरकोट में निर्माण कार्य भी रोक दिया था। किसान सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटकर परेशान हैं। दो दिन पहले भी भाकियू ने मुआवजे की मांग को लेकर शेरकोट में प्रदर्शन किया था तथा आंदोलन की चेतावनी दी थी। इसके चलते बुधवार को जिलाधिकारी रमाकांत पांडे शेरकोट पहुंचे और उन्होंने किसानों से इस बाबत वार्ता की। उन्होंने मौके पर अलग-अलग स्थानों पर मौजूद जमीनों का निरीक्षण किया। इस दौरान भू-स्वामियों ने मुआवजे में अनियमितताओं की बात भी उठाई। इस दौरान डीएम ने लोगों को आश्वासन दिया कि जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान कराया जाएगा और सभी को न्याय मिलेगा। इस दौरान एनएच अधिकारी पीएस पांडे, एसडीएम धीरेन्द्र सिंह, राहुलदेव, क्षेत्रपाल सिंह, धर्मेन्द्र आदि उपस्थित रहे। डीएम के निरीक्षण के बाद प्रशासन की टीम ने मोहल्ला फतेह नगर में पैमाइश का कार्य भी किया। वहीं बाद में उन्होंने बाढ़ग्रस्त क्षेत्र नया गांव का दौरा भी किया।