प्रतिबंध के बावजूद किसान जला रहे पराली
पराली जलाने पर प्रतिबंध होने के बावजूद किसान पराली जला रहे हैं जबकि प्रशासनिक स्तर पर भी पूरी तरह से सख्ती बरती जा रही है। इसके बावजूद शुक्रवार को गांव खुशहालपुर में पराली जलाने का मामला प्रकाश में आया है। कुछ ग्रामीणों ने इसकी शिकायत तहसील के अधिकारियों से की।
बिजनौर, जागरण टीम। पराली जलाने पर प्रतिबंध होने के बावजूद किसान पराली जला रहे हैं, जबकि प्रशासनिक स्तर पर भी पूरी तरह से सख्ती बरती जा रही है। इसके बावजूद शुक्रवार को गांव खुशहालपुर में पराली जलाने का मामला प्रकाश में आया है। कुछ ग्रामीणों ने इसकी शिकायत तहसील के अधिकारियों से की।
क्षेत्र के ग्राम खुशहालपुर के एक खेत में किसान पराली जलाते हुए पाया गया जबकि सरकार द्वारा पराली जलाने पूरी तरह से प्रतिबंध है। इसके बावजूद किसान पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। कुछ दिन पूर्व कृषि अधिकारी बिजनौर द्वारा क्षेत्र में भ्रमण कर लोगों को पराली न जलाने को प्रेरित किया गया था। लोगों को बताया गया था कि पराली जलाने से खेत की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है। खेत की पलटू हल से जुताई कर खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ जाती है। पराली जलाने से खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ाने वाले तत्व मर जाते हैं। इसके बावजूद क्षेत्र के किसान पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं, जबकि आसपास कई गोशाला खुली हुई है। गोशाला वाले चारा ना मिलने परेशान हैं। कुछ ग्रामीणों ने इसकी शिकायत तहसील स्तर पर की है। इस संबंध में लेखपाल शीशराम सिंह का कहना है कि मौके पर जाकर जांच की जाएगी तथा इसकी रिपोर्ट अधिकारियों को सौंप दी जाएगी। व्यापारियों को दी गई जीएसटी की जानकारी
शेरकोट नगर के मोहल्ला मनिहारान स्थित विशाल अहमद एडवोकेट के आवास पर व्यापारियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में असिस्टेंट डिप्टी कमिश्नर प्रवीण कुमार ने व्यापारियों को जीएसटी के लाभ की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि जीएसटी व्यापारियों के लिए सम्मान का प्रतीक है। पंजीकृत व्यापारियों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने दस लाख रुपये का व्यापारी दुर्घटना बीमा योजना चलाई है, जिसमें व्यापारियों को कोई किश्त नहीं देनी पड़ेगी। उन्होंने व्यापारियों को केंद्र सरकार द्वारा संचालित पेंशन योजना के बारे में भी विभिन्न जानकारी दी।
अधिकारी ने जीएसटी पंजीयन के लाभ गिनाते हुए कहा कि पंजीकरण के बाद व्यापारी आसानी से सभी कार्य आनलाइन कर सकते हैं। छोटे-छोटे कार्यो के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने सभी से अपने अपने व्यापार को पंजीकृत कराने की अपील की है। बैठक मे देवेंद्र कुमार पाठक, विशाल अहमद एडवोकेट, मोहम्मद अथहर, शमीम अहमद, मोहम्मद सरफराज, सलीम अहमद, नदीम अहमद आदि व्यापारी मौजूद रहे।