दिवंगत कर्मियों के स्वजन को तत्काल मिले आर्थिक सहायता
उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ के जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा ने जिला प्रशासन से मांग की है कि जो कर्मचारी चुनाव ड्यूटी का मानदेय नहीं ले पाए हैं। उनका मानदेय दिलवाने की कोई उचित व्यवस्था की जाए।
बिजनौर, जेएनएन। राज्य कर्मचारियों व शिक्षकों के संगठनों ने चुनाव ड्यूटी में दिवंगत कर्मियों के स्वजन को तत्काल आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की है। इसी के साथ पंचायत चुनाव की मतगणना में लगे जनपद के सैकड़ों शिक्षक एवं कर्मचारियों को मानदेय नहीं मिला है। उक्त मानदेय दिलाने की भी मांग की गई है।
उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ के जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा ने जिला प्रशासन से मांग की है कि जो कर्मचारी चुनाव ड्यूटी का मानदेय नहीं ले पाए हैं। उनका मानदेय दिलवाने की कोई उचित व्यवस्था की जाए। इसे उनके बैंक खातों में भेज दिया जाए या उनके विभाग अध्यक्षों को भेज दिया जाए। तीसरी शिफ्ट में जो कर्मचारी लगाए गए हैं, उनको भी अतिरिक्त मानदेय का भुगतान किया जाए। जो कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में दिवंगत हो गए हैं उनको सरकार द्वारा निर्धारित 30 लाख रुपए की धनराशि उनके परिवार को यथाशीघ्र दिलाने की व्यवस्था की जाए।
उधर आल टीचर्स एम्पलाइज वेलफेयर एसोसिएशन (अटेवा) के प्रदेश उपाध्यक्ष चंद्रहास सिंह ने बताया कि कोविड-19 की महामारी के चलते शिक्षक एवं कर्मचारियों ने पूरी निष्ठा ईमानदारी एवं समर्पण की भावना से चुनाव एवं मतगणना में कार्य किया। चुनाव प्रक्रिया को पूरा करने में जनपद के तमाम शिक्षक एवं कर्मचारी कोरोना के संक्रमित होने से आकस्मिक निधन हुआ। संगठन द्वारा शासन से आश्रित परिवार के लिए 50 लाख के मुआवजे की मांग की थी। जनपद के सैकड़ों मतगणना में लगे शिक्षक एवं कर्मचारियों को मानदेय नहीं मिला है। जनपद के तमाम ब्लाक में मतगणना कार्मिकों को मानदेय खाते में चला जाएगा यह कहकर कार्य मुक्त किया गया। संगठन की मांग है कि विभागाध्यक्ष द्वारा अविलंब मतगणना मानदेय दिलाये जाने की व्यवस्था की जाये।