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अमानगढ़ में हथिनी का सड़ा-गला शव मिला

अमानगढ़ टाइगर वन रेंज के कंपार्टमेट संख्या-3 एवं कार्बेट नेशनल पार्क में हथिनी का शव मिला।

By JagranEdited By: Published: Sun, 14 Oct 2018 08:14 PM (IST)Updated: Sun, 14 Oct 2018 08:14 PM (IST)
अमानगढ़ में हथिनी का सड़ा-गला शव मिला
अमानगढ़ में हथिनी का सड़ा-गला शव मिला

रेहड़ (बिजनौर) : अमानगढ़ टाइगर वन रेंज के कंपार्टमेट संख्या-3 एवं कार्बेट नेशनल पार्क की झिरना वन रेंज की सीमा के निकट हथिनी का सड़ा गला शव मिला है। अनुमान है कि हथिनी की मौत एक सप्ताह पूर्व हुई है। शिकार की आशंका से भी इन्कार नहीं किया जा रहा।

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अमानगढ़ टाइगर वन रेंज स्थित गुर्जर गेट के कुछ किसान रविवार सुबह पशु चराने के लिए वन रेंज के कंपार्टमेट संख्या-3 में गए थे। उन्होंने झिरना वन रेंज के निकट हाथी का सड़ा-गला शव पड़ा देखा। वन गुर्जरों ने इसकी सूचना रेंजर राकेश कुमार शर्मा को दी। दोनों अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को ठिकाने लगाने का कार्य शुरू कर दिया, लेकिन किसी ने इसकी सूचना वन संरक्षक मुरादाबाद आरपी वर्मा व डीएफओ एम सेमरन को दी। दोनों अधिकारियों ने रेंजर व दरोगा को तलब कर उन्हें घटनास्थल पर पहुंचने की जानकारी दी। बाद में इसकी जानकारी आइवीआरआइ बरेली व वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो नोएडा को दी गई। वन संरक्षक ने बताया कि प्रथम दृष्टया यही प्रतीत हो रहा है कि एक सप्ताह पूर्व मादा हाथी की मृत्यु हुई है। बताया कि अक्टूबर माह में हाथियों के समागम का समय होता है। मादा हाथी द्वारा नर हाथी के समागम करने के प्रयास का विरोध किया होगा। आशंका है कि आपसी संघर्ष में हथिनी की मृत्यु हुई है। पोस्टमार्टम के बाद स्थिति साफ होगी।

गौरतलब है कि एक साल में तीन हाथी के शव मिल चुके हैं। बढ़ापुर में भी हाथी का शिकार का मामला सामने आया था। इस हथिनी के शिकार से भी इन्कार नहीं किया जा रहा।

वनकर्मियों के गश्त की खुली पोल

हथिनी का शव मिलने से वनकर्मियों की गश्त की पोल खुल गई है। वन रेंज का सुबह और सायंकाल गश्त करने का दावा करने वाले वनकर्मियों को हथिनी का शव क्यों नहीं मिला? सूचना देने वाले वन गुर्जरों को धमकाना और उच्चाधिकारियों को फोन न करने का मामला भी उजागर हुआ है।

मीडिया से छिपाने का प्रयास

रेंजर राकेश कुमार तोमर से मीडिया कर्मियों ने फोन पर बात करनी चाही तो उन्होंने हाथी का शव पड़ा होने से साफ इन्कार कर दिया। बाद में मीडियाकर्मियों ने वन गुर्जरों से बात की और मौके पर पहुंचे जहां रेंजर व वन दरोगा सहित अन्य वनकर्मी शव को दफनाने की कोशिश कर रहे थे। इसके बाद ही आला अफसरों को अवगत कराया गया। उम्मीद जताई जा रही है कि देर रात्रि तक हथिनी के शव का पोस्टमार्टम हो पाएगा।


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