बेटियों को मिले बेटों के समान अधिकार
धामपुर पीएचसी में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। इस दौरान चिकित्सकों ने बालिकाओं के समान अधिकार और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए लोगों का जागरूक किया।
बिजनौर, टीम जागरण। धामपुर पीएचसी में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। इस दौरान चिकित्सकों ने बालिकाओं के समान अधिकार और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए लोगों का जागरूक किया।
सोमवार को केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय बालिका दिवस का महत्व समझाया गया। चिकित्सकों ने कार्यक्रम में शामिल स्वास्थ्य कर्मियों और आम जनता को जागरूक किया। वक्ताओं ने कहा कि बेटों के समान बालिकाओं को समान अधिकार, शिक्षा व स्वास्थ्य के अवसर मिलने चाहिए। आज के युग में बेटियां बेटों से अधिक हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। उनके बीच किसी भी प्रकार का मतभेद नहीं किया जाना चाहिए। इस दौरान लिगानुपात में गिरावट को रोकने के प्रति भी लोगों को जागरूक किया गया। बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाते हुए आगे बढ़ाने पर जोर दिया। इसके अलावा कार्यक्रम में हमारी बेटियां-हमारी पहचान थीम पर कार्यक्रम को संचालित किया गया। कार्यक्रम में प्रभारी चिकित्साधिकारी मनीष शर्मा, ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक अनवर अहमद, गुंजन सैनी, आशा, संगिनी, स्टाफ नर्स आदि शामिल रहे। बालिका शिक्षा और स्वास्थ्य की जानकारी दी
बिजनौर : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बिजनौर के अध्यक्ष और जिला जज अतुल कुमार गुप्ता के निर्देश पर प्राधिकरण के सचिव शिवानंद गुप्ता के मार्ग दर्शन में बालिका दिवस पर वर्चुअल के माध्यम से गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी में राष्ट्रीय बालिका दिवस को मनाएं जाने का उद्देश्य तथा महत्व को बताया गया। कार्यक्रम में बताया कि भारत में लैंगिक असमानता, बालिका शिक्षा का महत्व और उसके स्वास्थ्य एवं पोषण के बारे में जागरुकता फैलाने एवं लैंगिक रुढियों को चुनौती देने आदि विषय पर जानकारी दी गई। इस मौके पर लड़के और लड़कियों में भेदभाव को खत्म करने और महिलाओं को सशक्त बनाने के साथ लोगों की मानसिकता में बदलाव लाने, लड़की की सुरक्षा, शिक्षा, लिगानुपात, स्वास्थ्य जैसे मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाने आदि विषय पर लोगों को जागरूक करने पर जोर दिया गया। इस मौके पर शारिब अली, पूजा शर्मा, अनिक्षा चौधरी, शालिनी चौधरी आदि न्यायिक अधिकारियों ने अपने विचार रखें।