आश्रय स्थल में गोवंश की मौत, जांच शुरू
झालू-नहटौर रोड स्थित पशु आश्रय स्थल में गोवंश की मौत हो रही है। आरोप है कि आश्रय स्थल के केयरटेकर के इशारे पर मृत गोवंश को आसपास पड़े कूड़े के निकट दबा दिया गया। वीडियो वायरल होने के बाद जब यह मामला संज्ञान में आया तो ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के आदेश पर तहसील प्रशासन ने राजस्वकर्मी जांच को भेजे कितु वह खानापूर्ति कर वापस लौट आए है।
जेएनएन, बिजनौर। झालू-नहटौर रोड स्थित पशु आश्रय स्थल में गोवंश की मौत हो रही है। आरोप है कि आश्रय स्थल के केयरटेकर के इशारे पर मृत गोवंश को आसपास पड़े कूड़े के निकट दबा दिया गया। वीडियो वायरल होने के बाद जब यह मामला संज्ञान में आया, तो ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के आदेश पर तहसील प्रशासन ने राजस्वकर्मी जांच को भेजे, कितु वह खानापूर्ति कर वापस लौट आए है।
नगर पंचायत प्रशासन ने झालू-नहटौर मार्ग पर बेसहारा गोवंश को संरक्षित करने के लिए पशु आश्रय स्थल बनवा रखा है। संरक्षित गोवंश की देखरेख और उनके चारे की व्यवस्था का जिम्मा टाउन एरिया के लिपिक को सौंपा गया है। नागरिकों का आरोप है कि देखरेख के अभाव में पिछले कई दिन में एक-एक करके गोवंश की मौत हो रही है। उनका यह भी आरोप है कि केयर टेकर के दबाव में मृत गोवंश को आश्रय स्थल के निकट पड़े कूड़े के आसपास दबा दिया जाता है। वीडियो वायरल होने पर जब यह मामला संज्ञान में आने के बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर विक्रमादित्य मलिक ने राजस्वकर्मी को स्थलीय जांच के आदेश दिए, कितु राजस्व कर्मी जांच के बजाए खानापूर्ति करके वापस लौट आए। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर का कहना है कि इस पूरे प्रकरण की बारीकी से जांच कराकर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं आश्रयस्थल के केयर टेकर ने आश्रय स्थल में संरक्षित गोवंश की मौत होने से इंकार किया है। बस्ती में मृत पशुओं को दफनाने की व्यवस्था भी टाउन एरिया प्रशासन करता है। इसके लिए टाउन एरिया प्रशासन से जवाब तलब किया जाएगा।