बेसहारा लोगों के लिए वरदान साबित हुए कोरोना योद्धा शेख परवेज पाशी
जेएनएन बिजनौर। कोरोना महामारी के दौर में देश में लॉकडाउन लगने से हर एक आम आदमी की
जेएनएन, बिजनौर। कोरोना महामारी के दौर में देश में लॉकडाउन लगने से हर एक आम आदमी की जिदगी पूरी तरह ठहर सी गई थी। ऐसे नाजुक मोड़ पर कई लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गए, जिन्हें दो टाइम की रोटी का जुगाड़ करने के लिए दूसरों के सहारे आश्रित होना पड़ा। ऐसे नाजुक मोड़ पर युवा समाजसेवी शे़ख परवे•ा पाशी बेसहारा लोगों के लिए वरदान बनकर उतरे। उन्होंने बिना किसी स्वार्थ के पूरी लॉकडाउन के दौरान आम लोगों की दिल खोलकर मदद की।
सुबह सवेरे से दोपहर तक खाने के पैकेट स्वयं बनाना और फिर देर रात तक परेशान लोगों को उनके द्वार तक पहुंचकर उसका वितरण करना उनका एक चुनौती था। लॉकडाउन के लंबे समय में लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करना एक उल्लेखनीय काम रहा। शे़ख परवे•ा पाशी का कहना है कि वह सुबह सवेरे अपने युवा साथियों के साथ एक कमरे में बैठकर खाने के पैकेट बनाते थे तथा दोपहर से लेकर देर रात तक बेसहारा लोगों को खाने के पैकेट वितरित करने के साथ साथ जानवरों के लिए भी खाने की व्यवस्था करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आवारा जानवरों के लिए भी परवे•ा पाशी किसी वरदान से कम नहीं साबित हुए। आवारा कुत्तों तथा अन्य जानवरों के भोजन की व्यवस्था करना उन्होंने अपना धर्म समझा तथा ढूंढकर उनके लिए भी खाने की व्यवस्था की। स्थानीय विधायक मनोज पारस ने हाल ही में अपने कैंप कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में शे़ख परवे•ा पाशी को कोरोना योद्धा के रूप में शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया था।
प्रवासी मजदूरों के लिए बढ़ाएं मदद के हाथ
लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को आश्रय ने मिलने के कारण पैदल ही अपने गंतव्य की ओर जाता हुआ देखकर ऐसे लोगों की मदद करने में भी परवे•ा पाशी आगे दिखाई दिए। उन्होंने इस दौरान परेशान हाल घूमते नगीना पहुंचे सैकड़ों प्रवासी मजदूरों के लिए भी समय पर खाने की न केवल माकूल व्यवस्था की बल्कि समय रहते प्रशासन को सूचना देकर उनके रहने और उन्हें घर भिजवाने की व्यवस्था में भी पूरा सहयोग किया।