चुनावी प्रबंधन पर क्लास, सारी सीटें होंगी अपने पास
भाजपा ने अपने कद्दावर नेताओं को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उतार दिया है। इसी कड़ी में शनिवार को बिजनौर पहुंचे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रत्याशियों और पदाधिकारियों को चुनाव प्रबंधन के गुर दिए। किसे क्या काम करना है यह जिम्मेदारी भी सुनिश्चित की।
बिजनौर, कपिल कुमार: भाजपा ने अपने कद्दावर नेताओं को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उतार दिया है। इसी कड़ी में शनिवार को बिजनौर पहुंचे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रत्याशियों और पदाधिकारियों को चुनाव प्रबंधन के गुर दिए। किसे क्या काम करना है, यह जिम्मेदारी भी सुनिश्चित की। उन्होंने कहा कि भाजपा वास्तव में प्रजातांत्रिक दल है, राजनीतिक कार्यकर्ता होने के नाते भाजपा समाज के परिवर्तन और सर्वहित के लिए कार्य कर रही है।
जेपी नड्डा ने चुनाव जीत के लिए छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखने पर जोर दिया। कहा कि प्रत्येक बूथ पर इंटरनेट मीडिया का ग्रुप होना चाहिए। जिस पर सरकार की उपलब्धियों से संबंधित सामग्री का प्रचार-प्रसार करते रहें। 30 जनवरी को प्रधानमंत्री की होने वाली मन की बात को सभी बूथों पर एलईडी स्क्रीन लगाकर प्रसारित कराएं। कमल सखी मंडल के साथ ही उन्होंने अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रमुख लोगों की सूची बनाकर संवाद करने पर भी जोर दिया। पिछले चार चुनावों के ²ष्टिगत बूथ की ए,बी,सी,डी के हिसाब से ग्रेडिग करनी है, जिस बूथ पर ज्यादा वोट हैं, वह ए श्रेणी के हैं। इसके बाद अन्य श्रेणियां वोटों के अनुसार बना लें। डी श्रेणी के बूथों पर 50 से 100 मतदाता तैयार करने हैं। रोजाना रात में चुनाव संचालन समिति की बैठक होनी चाहिए। विधानसभा प्रभारियों पर बड़ी जिम्मेदारी है। वह सभी शक्ति केंद्रों के प्रभारी संयोजक, बूथ अध्यक्ष और पन्ना प्रमुखों की रोजाना मानीटरिग करेंगे। नड्डा ने कार्यकर्ताओं को अभिभावक की तरह समझाया कि जीत के लिए कोई नया मंत्र नहीं चाहिए। पार्टी की तैयार रणनीति पर काम करते जाइए, हर हाल में सफलता मिलेगी। 2017 में बिजनौर में भाजपा को पांच सीटों पर कामयाबी मिली थी। इस बार इस तरह रणनीति बनाएं, जिससे आठों सीटें भाजपा की झोली में आ जाएं। नड्डा ने कहा कि लंबे समय से संगठन बूथ इकाइयों पर काम कर रहा है, अब उस तंत्र के उपयोग का समय आ गया है।
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इन बिदुओं पर रहा फोकस
-विधानसभा क्षेत्रों के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करें और जीत की रणनीति बनाएं।
-सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संपर्क करें और उनका तिलक कर स्वागत करना है।
-दो-तीन दिन के अंदर शक्ति केंद्रों पर बूथ प्रभारी और बूथ अध्यक्षों की बैठक करनी है।
-चुनाव संचालन समिति की बैठक रोजाना रात्रि में बैठक कर गतिविधियों पर चर्चाओं करें।
-गांवों और वार्डों में युवाओं, महिलाओं के साथ बैठक कर चुनावी रणनीति पर चर्चा करें।
-अनुसूचित जाति और पिछड़ी जाति के लोगों से संपर्क करें। नवोदित वोटरों से बात करें।
-पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की वर्चुअल रैली और सभाएं होंगी, इसके लिए तैयारी करानी है।
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कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
नड्डा के कार्यक्रम में परिवहन मंत्री अशोक कटारिया, चुनाव प्रभारी संजय भाटिया के साथ ही सात प्रत्याशी सुचि चौधरी, डा. यशवंत सिंह, कमलेश सैनी, ओम कुमार, भारतेंद्र सिंह, अशोक राणा व सीपी सिंह के अलावा विधानसभा प्रभारी श्रीमोहन तायल, मुजफ्फरनगर जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला, विवेक कर्णवाल, दीपक गर्ग मोनू, सौरभ सिघल, रणजीत सिंह, विक्रांत चौधरी, ऐश्वर्य मौसम चौधरी, संजीव गुप्ता, संगीता अग्रवाल, मायादेवी, प्रमोद चौहान, रावेंद्र सिंह, अवनीश निर्वाल आदि मौजूद रहे।
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मीडिया से बनाए रखी दूरी
भाजपा की जिला इकाई ने मीडिया को कार्यक्रम की कवरेज के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन जेपी नड्डा के आने के बाद मीडिया को कार्यक्रम से दूर कर दिया गया। इस पर पार्टी नेताओं को मीडियाकर्मियों की नाराजगी भी झेलनी पड़ी। मीडिया प्रभारी आलोक अवस्थी ने पत्रकारों के बीच आकर आग्रह किया कि यह संगठन का निजी कार्यक्रम है। कार्यक्रम की वह प्रदेश मुख्यालय से प्रेस ब्रीफिग करेंगे।