9वीं पास गुरमीत कौर ने बंजर जमीन पर उगा दिया सोना
दिन भर खेतों में काम करती थीं, कक्षा नौ तक पढ़ी गुरमीत ने समय के साथ खेती के तरीके में भी प्रयोग करने शुरू किए।
बिजनौर (राजनारायण कौशिक)। गुरमीत कौर, यह वह नाम है, जिसने उस जमीन में सोना उगाया जहां कभी रेत के टीले थे। दस एकड़ जमीन खरीद कर खेती शुरू करने वाली गुरमीत आज 38 एकड़ की किसान हैं। सहफसली और जैविक खेती के हुनर ने उन्हें प्रगतिशील किसान बना दिया।
गुरमीत कौर और उनके पति सुरजीत सिंह चीमा हरियाणा के यमुनानगर के गांव गिलोहर से बिजनौर आए। करीब 37 साल पहले उन्होंने वीरुवाला गांव में करीब दस एकड़ ऊबड़-खाबड़ जमीन खरीदी थी। गुरमीत ने इस जमीन पर रात-दिन मेहनत कर उसे खेती करने लायक बनाया। पति सुरजीत के व्यापार में व्यस्त रहने के कारण खेती की जिम्मेदार गुरमीत पर थी।
गुरमीत बताती हैं कि शुरुआत में बड़ा संघर्ष था। दिन भर खेतों में काम करती थीं। कक्षा नौ तक पढ़ी गुरमीत ने समय के साथ खेती के तरीके में भी प्रयोग करने शुरू किए। सहफसली और जैविक खेती शुरू की। उन्होंने गन्ने के साथ मूंग, उड़द, मसूर, चना आदि फसलों की बुआई की।
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गुरमीत ने आत्मा योजना के तहत वर्मी कंपोस्ट के अलावा अन्य जैविक खाद तैयार करने का प्रशिक्षण हासिल किया और अब अपने खेतों पर ही वर्मी कंपोस्ट तैयार करती हैं। घर पर गोबर गैस प्लांट लगा रखा है।
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