यूपी-112 को दौड़ा रही हैं 'फेक काल'
यूपी-112 की पुलिस को फर्जी फोन काल दौड़ा रही है। कंट्रोल रूम में आने वाले हर माह में सौ से अधिक काल फेक होती हैं। कुछ लोग फर्जी सूचना देते हैं तो कुछ फोन कर मोबाइल बंद कर लेते हैं।
बिजनौर, जागरण टीम। यूपी-112 की पुलिस को फर्जी फोन काल दौड़ा रही है। कंट्रोल रूम में आने वाले हर माह में सौ से अधिक काल फेक होती हैं। कुछ लोग फर्जी सूचना देते हैं तो कुछ फोन कर मोबाइल बंद कर लेते हैं। इससे यूपी-112 की गाड़ियों को बेवजह दौड़ना पड़ता है। पुलिस ऐसे काल का रिकार्ड खंगाल रही है। जनवरी माह में इस तरह की 141 काल आई है। पुलिस उनका रिकार्ड खंगाल कर कार्रवाई कर रही है।
कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सरकार की यूपी-112 की योजना लागू की थी। इसके तहत हर जगह तक यूपी-112 की गाड़ियों को मुस्तैद किया गया है। इसका रेस्पांस 10 से 15 मिनट के अंतराल में होता है। वहीं इन गाड़ियों की लोकेशन लखनऊ मुख्यालय से जुड़ी होती है। यूपी-112 में कोई पुलिसकर्मी गलत लोकेशन देने में नहीं दे सकता। इस व्यवस्था को सरकार ने और कारगर बनाया है। हर क्षेत्र में इन गाड़ियों की पहुंच है। बहरहाल, यूपी-112 शरारती तत्वों से परेशान है। इसकी वजह कंट्रोल रूम से आनी वाली गलत सूचनाएं हैं। कुछ मजाकिया अंदाज में काल करते हैं तो कुछ शराब के नशे में बार-बार गलत सूचना देते हैं। इतना ही नहीं बच्चे और महिला भी काल कर परेशान करती हैं। पुलिस उन काल का रिकार्ड खंगाला है। इसमें दिसंबर माह में 136 और जनवरी माह में 141 फेक काल आई है। इन काल में अधिकांश पर पुलिस की गाड़ियों को दौड़ना पड़ा। ऐसे लोगों पर लगाम लगाने की तैयारी की जा रही है। एक बार से अधिक काल करने वाले नंबरों को चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है। वहीं कुछ मोबाइल नंबरों को ब्लाक किया जा रहा है। हालांकि, कुछ मामले में शांतिभंग में भी कार्रवाई की गई है। अधिकारी हर माह काल का रिकार्ड एकत्र कर उन पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
इन्होंने कहा-
फर्जी काल भी यूपी-112 को परेशान करती है। ऐसे काल को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई की जा रही है। ऐसे मोबाइल नंबरों को ब्लाक किया जा रहा है। वहीं शांतिभंग में भी कार्रवाई की जाएगी।
-डा. धर्मवीर सिंह, एसपी