रोजाना बदल रहे नियम, लोगों की बढ़ रही मुसीबत
जेएनएन बिजनौर। क्षेत्र में ऑक्सीजन के लिए अभी भी तीमारदारों को भटकना पड़ रहा है। हालांकि
जेएनएन, बिजनौर। क्षेत्र में ऑक्सीजन के लिए अभी भी तीमारदारों को भटकना पड़ रहा है। हालांकि कुछ दिन पहले की तुलना में अब ऑक्सीजन डिपो पर सिलेंडरों की सप्लाई पहले से थोड़ी बढ़ गई है, लेकिन मरीजों की संख्या की तुलना में अभी भी पर्याप्त सिलेंडर मुहैया नहीं हो रहे हैं। इसके अलावा रोजाना बन रहे नए-नए नियम भी लोगों की परेशानी खड़ी कर रहे हैं।क्षेत्र में पिछले काफी समय से ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई की समस्या बनी हुई है। कुछ दिन पहले तक ऑक्सीजन की सप्लाई बिल्कुल सुचारू रूप से नहीं थी, जिस कारण तीमारदारों को दिनभर भटकना पड़ रहा था। वहीं समय पर ऑक्सीजन नहीं मिलने से कई लोग अपनी जान भी गवां चुके हैं। हालांकि धामपुर में स्थित गैस डिपो पर अब एक-दो दिन छोड़कर नियमित रूप से सप्लाई हो रही है, लेकिन मरीजों की बढ़ती संख्या के अनुपात में अभी भी पर्याप्त ऑक्सीजन तीमारदारों को नहीं मिल पा रही है। दूसरी ओर प्रशासन द्वारा रोजाना नए नए नियम बनाने से भी लोग परेशान हैं। प्रशासन ने डिपो पर कागजी कार्यवाही करते हुए तहसील प्रशासन की अनुमति के बाद ही सिलेंडर मिलने का नियम बनाया है।
केस-1 :
शहर में जहां एक ओर पर्याप्त ऑक्सीजन न मिलने से तीमारदार अभी भी भटक रहे हैं, वहीं प्रशासन द्वारा नियमों में रोजाना बदलाव करना भी तीमारदारों की परेशानी का सबब बन रहा है। नगर निवासी अरविद चौहान ने बताया की अब प्रशासन ने मरीज के आधार कार्ड, डॉक्टर की पर्ची, कोरोना टेस्ट रिपोर्ट आदि सहित सभी दस्तावेज दिखाकर अनुमति प्रदान करने के बाद ही सिलेंडर मिलने का नियम बना दिया है। उनका कहना है कि पहले वे डिपो में जाकर लाइन में लग जाते थे। गाड़ी आने पर कई-कई घंटे बाद सिलेंडर भरने का नंबर आता था, लेकिन अब सिलेंडर भरने से पहले अनुमति लेने के लिए भी भटकना पड़ रहा है।
केस-2:
क्षेत्र के गांव मधी निवासी आदित्य चौहान ने बताया कि उनके एक रिश्तेदार काफी सीरियस हैं, जिन्हें लगातार ऑक्सीजन की जरूरत है। घर पर ही एक दिन में तीन सिलेंडरों की आवश्यकता पड़ रही है, लेकिन प्रशासन ने जो हेल्पलाइन शुरू की है, उसमें व्हाट्सएप पर सभी दस्तावेज भेजने के बाद 24 घंटे में केवल एक ही सिलेंडर मिल रहा है। ऐसे में बाकी की व्यवस्था के लिए भटकना पड़ रहा है। दूसरी ओर व्हाट्सएप भेजने के कई-कई घंटे बाद अप्रूवल मिलता है, अप्रूवल के लिए कई बार हेल्पलाइन पर फोन भी करना पड़ता है। ऐसे में सिलेंडर के साथ-साथ अब कागजी कार्यवाही के लिए भी तीमारदारों की परेशानी बढ़ गई है।
ग्राम प्रधान ने सफाई कराई
गंज दारानगर : प्रधान फिरोजा ने पंचायत निधि प्राप्त होने की इंतजार किए बिना अपने निजी आय से बीमारी और कोरोना महामारी की रोकथाम को ध्यान में रखते हुए अभियान चलाया तथा गांव के मुख्य बाजार की सड़क और नालियों की सफाई कराई। अभियान की बागडोर प्रधान पति सरफराज अहमद ने संभाली। प्रधान पति सरफराज अहमद ने बताया गांव की साफ सफाई कराना ग्राम प्रधान का कर्तव्य है। अपने खर्च से मजदूर लगा कर सड़कों और नालियों की सफाई कराई जा रही है । नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान के इस सफाई कार्य की जनता ने सराहना की। -संसू अभद्र टिप्पणी की निदा
हल्दौर : राजपूत समाज के विरुद्ध हीमपुर थाना क्षेत्र के ग्राम औंधा निवासी युवकों द्वारा सोशल मीडिया पर अमर्यादित टिप्पणी को लेकर नगर के राजपूतों में रोष व्याप्त हो गया। राजपूत सभा के कई कार्यकर्ताओं ने आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही को लेकर पुलिस अधीक्षक को संबोधित ज्ञापन प्रभारी निरीक्षक को सौंपा। बुधवार को थाने पहुंचे राजपूत सभा के एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं ने हीमपुर दीपा के ग्राम औंधा के दो युवकों पर सोशल मीडिया पर राजपूतों के विरुद्ध की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर रोष जताया। कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक को संबोधित ज्ञापन प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार को देकर आरोपित युवकों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग की। -संस अभियान चला गांव में सफाई कराई
हल्दौर : बुधवार को विकास खंड हल्दौर की ग्राम पंचायत कुम्हारपुरा में कोविड 19 की रोकथाम के लिए सफाई अभियान चलाया गया। ग्राम पंचायत सचिव विकास कुमार व नवनिर्वाचित प्रधान आंचल के मार्ग दर्शन में विशेष सफाई अभियान के अंतर्गत जेसीबी ट्रैक्टर-ट्रॉली लगाकर सफाई कर्मियों की टीम एवं मजदूर लगाकर संपूर्ण ग्राम में सफाई की कराई गई। इस मौके पर जरुरतमंद ग्रामीणों को ग्राम प्रधान द्वारा मास्क वितरित किए गए। इस मौके पर रविद्र ठेकेदार, अरुण कुमार, योगेश कुमार, पूर्व प्रधान मोहम्मद असलम, कदीर एवं सफाई कर्मी राजेंद्र सुरेंद्र संजय देवदत्त आदि का सहयोग रहा।