पूर्व विधायक पर आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज
बसपा प्रत्याशी एवं पूर्व विधायक रुचिवीरा के खिलाफ आचार संहिता का उल्लंघन करने और महामारी एक्ट के तहत मंडावर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की ओर से पूर्व विधायक समेत दस नामजद और सौ अज्ञात लोगों को आरोपित बनाया गया है।
बिजनौर, जागरण टीम। बसपा प्रत्याशी एवं पूर्व विधायक रुचिवीरा के खिलाफ आचार संहिता का उल्लंघन करने और महामारी एक्ट के तहत मंडावर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की ओर से पूर्व विधायक समेत दस नामजद और सौ अज्ञात लोगों को आरोपित बनाया गया है। आरोप है कि उन्होंने बिना अनुमति जनसभा करते हुए कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं किया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
बिजनौर सदर सीट से पूर्व विधायक रुचिवीरा बसपा प्रत्याशी हैं। मंडावर थाने में पुलिस की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट में कहा गया है कि बसपा प्रत्याशी ने बिना अनुमति के 16 जनवरी को मंडावर क्षेत्र के सैफपुर बांगर उर्फ नाईवाला में जनसभा की। इस दौरान कोविड नियमों का भी पालन नहीं किया गया है। वीडियो वायरल होने के बाद इसकी शिकायत प्रशासन को मिली। पुलिस की ओर से मंडावर थाने में बसपा प्रत्याशी रुचि वीरा, जोगेंद्र कुमार, तुलसीराम, गौतम, लखीराम, नितिन, सुशील, विपिन कुमार, तिलकराम, रोहताश सिंह और 100 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आचार संहिता का उल्लंघन और महामारी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। चुनाव का बिगुल बजने के बाद यह पहला मुकदमा दर्ज हुआ है। सीओ सिटी कुलदीप गुप्ता ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज की गई है। चुनाव की गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराया जाएगा। गठबंधन प्रत्याशी पर टिकी नजरें
नूरपुर विधानसभा सीट पर एक तरफ जहां बसपा और भाजपा ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं, वहीं सपा-लोकदल गठबंधन के प्रत्याशी की घोषणा अभी तक नहीं हो सकी है। ऐसे में भाजपा और बसपा प्रत्याशियों के खेमे में बेचैनी का आलम है। गठबंधन से टिकट मांगने वाले अधिकांश दावेदार एक सप्ताह से लखनऊ में डेरा डाले हुए हैं।
बसपा की ओर से नूरपुर सीट पर काफी समय पूर्व जियाउद्दीन अंसारी को प्रत्याशी घोषित कर दिया गया था। चार दिन पूर्व भाजपा द्वारा भी पूर्व विधायक लोकेंद्र चौहान के भाई सीपी सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है। इसके बाद चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। वहीं, जनता के साथ-साथ नेताओं की नजर सपा-लोकदल गठबंधन के प्रत्याशी पर टिकी हुई है। वर्तमान में यह सीट सपा के कब्जे में है। सपा से वर्तमान विधायक नईमुलहसन, पूर्व चेयरमैन इरशाद अली के अलावा डा. कुंतेश सैनी और वीके सैनी काफी समय से दावेदारी जता रहे हैं। बताया जा रहा है कि सभी दावेदार लखनऊ में डेरा डाले हुए हैं। क्षेत्र की जनता और नेताओं की नजर गठबंधन के टिकट पर टिकी हुई है। अब देखना है कि गठबंधन किस प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारेगा।