लोक अदालत में वाद 12765 निस्तारित, 725870 रुपये जुर्माना वसूला
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बिजनौर के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में 12765 वादों का निस्तारण कर विभिन्न अदालतों ने 725870 रुपये जुर्माना वसूल किया गया। लोक अदालत में मोटर दुर्घटना के 30 वाद निस्तारण किए।
जेएनएन, बिजनौर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बिजनौर के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में 12765 वादों का निस्तारण कर विभिन्न अदालतों ने 725870 रुपये जुर्माना वसूल किया गया। लोक अदालत में मोटर दुर्घटना के 30 वाद निस्तारण किए।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बिजनौर के अध्यक्ष और जिला जज अतुल कुमार गुप्ता की अध्यक्षता तथा प्राधिकरण के सचिव शिवानंद गुप्ता के संचालन में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में जनपद की विभिन्न अदालतों में आपसी सहमति से वादों का निस्तारण किया गया। लोक अदालत में जिला जज ने 13 वाद, एडीजे प्रथम प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय संजीप पांडे ने 49 वाद, अतिरिक्त न्यायाधीश परिवार न्यायालय चित्रा शर्मा ने 40 वाद, एमएसीटी कोर्ट के न्यायाधीश प्रमोद कुमार ने 30 वाद, एडीशनल कोर्ट के न्यायाधीश आरए कौशिक ने 41 वाद, स्थायी लोक अदालत के अध्यक्ष सुरेशचंद राणा ने एक, एडीजे प्रथम डा. मनु कालिया ने एक, एडीजे द्वितीय बलजोर सिंह ने तीन, एडीजे चंपत सिंह ने एक, एडीजे पॉक्सो पारुल जैन ने दो, स्पेशल जज ईसी एक्ट हनी गोयल ने 552, एडीजे कंचन ने दो, एडीजे शगुन पंवार ने दो, एडीजे और फास्ट ट्रेक कोर्ट प्रथम के न्यायाधीश योगेश कुमार ने तीन, लघुवाद न्यायाधीश नीलू मेनवाल ने छह, एडीजे नगीना मनमोहन सिंह ने एक निस्तारित किए। सीजेएम विमल त्रिपाठी ने 692 वाद, सिविल जज एसडी रचना ने 28, एसीजेएम प्रथम शाबिर अली ने 658, अपर सिविल जज एसडी अभिनव यादव ने 390, अपर एसीजेएम शोभित बंसल ने दो, सिविल जज एसडी फास्ट ट्रेक कोर्ट की नीलम सरोज ने 26, एसीजे जेडी दीक्षा त्यागी ने सात, एसीजे जेडी शालिनी चौधरी ने दो,एसीजे जेडी अनिष्का चौधरी ने एक, एसीजे जेडी मनी शर्मा ने एक, एसीजे जेडी महिमा सिंह ने दो, एसीजे जेडी मीनाक्षी ने दो, एसीजे जेडी पूजा शर्मा ने दो एसीजेएम नगीना अमोद कांत ने 296, एसीजे जेडी नगीना देवेंद्र कुमार ने 389, एसीजे जेडी अखिल कुमार ने 649, एसीजे जेडी नजीबाबाद इंदू रानी ने दस, एसीजे जेडी चांदपुर नपेंद्र कुमार ने 487, एसीजे जेडी नगीना अंकिता सिंह ने 22 वाद निस्तारित किए। वहीं राजस्व न्यायालय ने 7651 वाद तथा विभिन्न बैंकों ने रिकवरी के 610 वाद निस्तारित किए।