किसान हित की मांगें दोहराई
नजीबाबाद में भाकियू जनशक्ति कार्यकर्ताओं ने प्रशासन को आठ सूत्रीय ज्ञापन सौंपकर लंबित मांगों पर कार्रवाई की मांग की।
बिजनौर, टीम जागरण। नजीबाबाद में भाकियू जनशक्ति कार्यकर्ताओं ने प्रशासन को आठ सूत्रीय ज्ञापन सौंपकर लंबित मांगों पर कार्रवाई की मांग की।
मंगलवार को संगठन के जिलाध्यक्ष डा. नरपाल सिंह के नेतृत्व में तहसील पहुंचे कार्यकर्ताओं ने एसडीएम कार्यालय पर ज्ञापन सौंपा, जिसमें बकाया गन्ना मूल्य भुगतान ब्याज सहित दिलाने, बिजली बिलों के बकाएदार किसानों का उत्पीड़न नहीं करने, किसानों पर बैंकों का संपूर्ण कर्ज माफ करने, किसानों को 24 घंटे बिजली देने, किसान सम्मान निधि छह हजार रुपये से बढ़ाकर 20 हजार रुपये करने, मंडीकरण की व्यवस्था प्रदेश में लागू करने, किसान सहकारी चीनी मिल की पेराई क्षमता 75 हजार कुंतल प्रतिदिन करने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में कुलदीप सिंह, नीरज सिंह, नसीम, गुलशन, उस्मान, तौकीर, सईद, सुशील आदि शामिल रहे। सबकुछ है फिर भी नहीं हुआ आपरेशन
लाला भोजाराम राजकीय नेत्र चिकित्सालय में कई महीनों बाद आंखों के आपरेशन की व्यवस्था जुटाई गई थी। मंगलवार सुबह आपरेशन कराने के लिए एकमात्र मरीज पहुंचा भी था, लेकिन अस्पताल कर्मियों ने उसे वापस लौटा दिया।
पिछले आठ महीनों से सर्जरी के सामान, दवाइयों के अभाव में अस्पताल में आंखों के आपरेशन नहीं हो पा रहे थे। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. रजनीश शर्मा ने बताया कि आपरेशन से पहले मरीज की कई अनिवार्य जांच की जाती हैं। इसके अलावा कोरोना महामारी के दौर में कोविड-19 प्रोटोकाल के अंतर्गत आरटीपीसीआर जांच भी कराई जाती है। आपरेशन के लिए आए मरीज ने आरटीपीसीआर जांच नहीं कराई थी। मरीज के ऑपरेशन में अभी कुछ विलंब भी किया जा सकता है। इसलिए आज उन्हें वापस लौटा दिया गया। सर्जरी की श्रेणी इमरजेंसी सर्जरी और इलेक्टिव सर्जरी होती हैं। इमरजेंसी सर्जरी में कोई दूसरा विकल्प नहीं होता है, जबकि इलेक्टिव सर्जरी में परिस्थितियों को देखते हुए सर्जरी को कुछ समय के लिए टाला जा सकता है। मंगलवार को आया मरीज इलेक्टिव सर्जरी के अंतर्गत आता था।