भाजपा विधायक के भाई नहीं जीत पाए प्रधानी का चुनाव
भाजपा विधायक ओम कुमार के भाई अपने गांव के प्रधान नहीं बन पाए। प्रतिद्वंदी उम्मीदवार ने उन्हें 30 वोटों से हरा दिया। इस गांव की मतगणना पर पूरे क्षेत्र की नजरें लगी थीं।
बिजनौर, जेएनएन। भाजपा विधायक ओम कुमार के भाई अपने गांव के प्रधान नहीं बन पाए। प्रतिद्वंदी उम्मीदवार ने उन्हें 30 वोटों से हरा दिया। इस गांव की मतगणना पर पूरे क्षेत्र की नजरें लगी थीं।
ब्लाक कोतवाली क्षेत्र के गांव महेश्वरी जट्ट निवासी ओम कुमार नहटौर से भाजपा के विधायक हैं। विधायक ओम कुमार के भाई हरिओम ने इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ताल ठोकी थी। उन्होंने पूरी मेहनत के साथ प्रधान का चुनाव लड़ा। हरिओम को 595 मत मिले, जबकि प्रतिद्वंदी उम्मीदवार इमराना ने 625 वोट हासिल किए। जिसके चलते इमराना को 30 मतों से विजयी घोषित कर दिया गया और भाजपा विधायक के भाई को हार का मुंह देखना पड़ा। बताते चलें कि भाजपा विधायक के भाई हरि ओम एक दशक पूर्व भी प्रधानी का चुनाव लड़े थे उस चुनाव में जीत दर्ज की थी, हालांकि वर्ष 2015 में उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। ---------------------- मतगणना के दौरान कर्मचारियों को नहीं मिला भोजन
धामपुर : मतगणना में लगे कर्मचारियों ने काम के दौरान खाना व बाद में मानदेय न मिलने पर रोष जताया। इससे नाराज कर्मचारियों ने एसडीएम व आरओ से शिकायत की। एसडीएम ने नाराज कर्मचारियों की समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया है। वहीं नहटौर में इसी प्रकार का मामला सामने आया, जिसमें कर्मचारियों ने अधिकारियों पर उपेक्षा करने का आरोप लगाया।
धामपुर-नगीना रोड पर स्थित केएम इंटर कालेज में पंचायत चुनाव की मतगणना दो दिन चली। रविवार रात भी कर्मचारी मतगणना में लगे रहे। सेामवार को मतगणना पूरी होने पर कर्मचारी चंद्रपाल सिंह, रोहिताश, रेनू पाल, राहुल कुमार, रंजीत सिह, मोहम्मद इल्यासि, पुखराज आदि ने आरोप लगाया कि उन्हें दो दिन मतगणना के बाद भी मानदेय नहीं दिया गया। नियमानुसार मतगणना पर्यवेक्षक को 700, प्रथम व द्वितीय मतगणना सहायक को 500 तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को 300 रुपये प्रतिदिन मानदेय का नियम है। उन्होंने आरोप लगाया कि मानदेय का भुगतान ना करने के अलावा कर्मचारियों को सोमवार दोपहर का खाना भी नहीं मिला।
नाराज कर्मचारियों ने एसडीएम धीरेंद्र सिंह और आरओ से भी शिकायत की। वहीं नहटौर के एसएनएसएम इंटर कालेज में भी मतगणना में लगे कई कर्मचारियों ने मानदेय ना मिलने व ड्यूटी के दौरान अधिकारियों द्वार उपेक्षा करने का आरोप लगाया। इस मामले में एसडीएम धीरेंद्र सिंह का कहना है कि सभी कर्मचारियों को जिला मुख्यालय से आए शेड्यूल के मुताबिक भुगतान दिया जा रहा है। अभी एक दिन का भुगतान दिया जा रहा है, जबकि दूसरे दिन का जल्द ही दिलाया जाएगा।