सतर्कता बरतें, बेवजह घर से न निकलें
मन में सेवाभाव हो तो दूर रहकर भी सेवा की जा सकती है। इसकी मिसाल बढ़ापुर निवासी डा. अभिलेख कुमार ने पेश की है। वे दिल्ली में एक अस्पताल में चिकित्सक हैं लेकिन बढ़ापुर के चिकित्सा के क्षेत्र में पिछड़े होने के कारण वे मोबाइल से ही क्षेत्रवासियों को कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक परामर्श दे रहे हैं।
जेएनएन, बिजनौर। मन में सेवाभाव हो, तो दूर रहकर भी सेवा की जा सकती है। इसकी मिसाल बढ़ापुर निवासी डा. अभिलेख कुमार ने पेश की है। वे दिल्ली में एक अस्पताल में चिकित्सक हैं, लेकिन बढ़ापुर के चिकित्सा के क्षेत्र में पिछड़े होने के कारण वे मोबाइल से ही क्षेत्रवासियों को कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक परामर्श दे रहे हैं।
बढ़ापुर कस्बे में बस स्टैंड क्षेत्र निवासी डा. राजपाल सिंह सैनी के पुत्र डा. अभिलेख कुमार एमडी फिजिशियन हैं और वह वर्तमान में दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल में तैनात हैं। अभिलेख कुमार का कहना है कि कोरोना संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है। इस वायरस को हराने के लिए हमें सावधानी बरतनी बहुत जरूरी हैं। जैसे बेवजह घरों से बाहर न निकलें, बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करें, दो गज की दूरी बनाए रखें, समय समय हाथों को सैनिटाइजेशन करते रहें। बुखार, खांसी, सांस लेने पर तकलीफ होने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें। फलाहार लें, मौसमी का जूस, नारियल पानी, काढ़ा व नींबू पानी का नियमित रूप से सेवन करें। योग शरीर और मस्तिष्क को रोगमुक्त बनाने में कारगर है और मनोरंजन के साधन भी मनोरंजन को तरोताजा रखकर कोरोना को दूर भगा सकते हैं। सांस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत नजदीकी चिकित्सक से संपर्क करें।
'सारथी हम' के शिविर में कोरोना की जांच
सारथी हम संस्था के तत्वावधान में शुक्रवार को निशुल्क कोरोना जांच शिविर लगाया गया। शिविर को शुभारंभ एसीएमओ डा. बीएस रावत एवं एसीएमओ डा. एसके निगम ने फीता काटकर किया। शिविर में 41 लोगों ने कोरोना की जांच कराई।
शक्ति चौक के पास आयोजित शिविर में 32 मरीजों की एंटीजन एवं नौ लोगों की आरटीपीसीआर से जांच की गई। जांच में एक व्यक्ति पाजिटिव पाया गया। इसके अलावा 41 मरीजों को निशुल्क दवा भी दी गई। संस्था के अध्यक्ष डा. दीपेंद्र ने बताया कि बताया कि जांच शिविर प्रतिदिन सुबह 10 से अपराह्न दो बजे तक लगाया जाएगा। इस मौके पर प्रबंधक डा. नीरज, उप प्रबंधक डा. निरुपमा, महासचिव आशीष तोमर, कोषाध्यक्ष सचिन अग्रवाल मौजूद रहे। डा. नवनीत चौधरी, शिवानी शर्मा, अमित कुमार एवं सचिन ने सहयोग दिया।