खूब बजे बैंडबाजे, झूमे बराती
कोरोना काल में बुधवार को देवोत्थान एकादशी को जबरदस्त साया रहा। वैवाहिक आयोजनों के कारण गलियों से लेकर मोहल्लों तक बैंडबाजों की आवाज सुनाई दी। हालांकि चढ़त के समय नाचते-गाते लोगों की संख्या कम ही रही। इससे शादी का मजा बेरौनक रहा।
जेएनएन, बिजनौर। कोरोना काल में बुधवार को देवोत्थान एकादशी को जबरदस्त साया रहा। वैवाहिक आयोजनों के कारण गलियों से लेकर मोहल्लों तक बैंडबाजों की आवाज सुनाई दी। हालांकि, चढ़त के समय नाचते-गाते लोगों की संख्या कम ही रही। इससे शादी का मजा बेरौनक रहा।
मार्च के बाद से शादियों का सिलसिला थम सा गया था। जो शादियां हुईं, वे चार से पांच लोगों के बीच बहुत सादगी से हुई, लेकिन अनलाक के बाद शादियों का सीजन लौट आया। जो शादी कार्यक्रम लाकडाउन और कोरोना के चलते रद्द हो गए थे, वे मौजूदा समय में चल रहे सहालग में हो रहे हैं। कुछ आयोजन दिन में तो कुछ रात के समय हुए। स्थिति यह रही कि एक-एक मोहल्ले में तीन-तीन शादियां संपन्न हुईं। ऐसे में गलियों से मोहल्लों तक बैंडबाजों की धुनें गूंजती रहीं। डीजे भी बजा। ऐसे में बराती जमकर नाचे। हालांकि, सरकार की गाइड लाइन का असर भी चढ़त में दिखाई दिया।
एकता और अखंडता ही देश की पहचान
चांदपुर: गुलाब सिंह हिदू महाविद्यालय में एनएसएस के छात्र-छात्राओं ने कौमी एकता सप्ताह के अंतर्गत शपथ ग्रहण कराई गई। डा. संतोष देवी व डा. राजकुमार के निर्देशन में राष्ट्रीय सेवा योजना की छात्र व छात्रा इकाई व अन्य छात्र-छात्राओं को कौमी एकता के संबंध में शपथ दिलाई गई।
प्राचार्य डा. साधना ने कहा कि समाज में आपसी प्रेम व सद्भाव के साथ रहना ही सच्ची मानवता है। आपस में द्वेष और बैर दूर रखकर आपसी भाईचारा अहम है। डा. संतोष देवी ने कहा कि समाज के विकास में जाति धर्म से ऊपर उठकर एक साथ मिलकर देशहित के लिए कार्य करना चाहिए। रासेयो के परियोजना अधिकारी डा. राजकुमार ने कहा कि एकता और अखंडता ही देश की पहचान है। कार्यक्रम में डा. अनिल वर्मा, डा. दिनेश सिंह, डा. अशोक कुमार, डा. एमपी सिंह, डा. जैनुल आबदीन, कुलदीप कुमार, सन्नी कुमार, आस मोहम्मद आदि शामिल रहे।