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आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तैयार करेंगी प्राइमरी की नर्सरी

ब्लाक संसाधन केंद्र हल्दौर पर ईसीसीई का गुणवत्ता पूर्ण संचालन के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का चार दिवसीय प्रशिक्षण चल रहा है। जिसमें अधिकारियों ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्री-प्राइमरी कक्षाओं का महत्व बताया एवं संचालन के गुर सिखाए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Mar 2021 10:59 PM (IST)Updated: Tue, 02 Mar 2021 10:59 PM (IST)
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तैयार करेंगी प्राइमरी की नर्सरी
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तैयार करेंगी प्राइमरी की नर्सरी

जेएनएन, बिजनौर । ब्लाक संसाधन केंद्र हल्दौर पर ईसीसीई का गुणवत्ता पूर्ण संचालन के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का चार दिवसीय प्रशिक्षण चल रहा है। जिसमें अधिकारियों ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्री-प्राइमरी कक्षाओं का महत्व बताया एवं संचालन के गुर सिखाए।

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अर्ली चाइल्ड केयर एजूकेशन (ईसीसीई) के तहत टीएलएम बनाने की भी जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के उपरांत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सिखाई गई जानकारी को प्री-प्राइमरी कक्षाओं में अमल में लाएंगी। इससे पहले प्रशिक्षण का शुभारंभ करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी शिवकुमार ने कहा कि अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी बढ़ गई है, क्योंकि उन्हें प्राइमरी की नर्सरी तैयार करनी है। नौनिहालों की बुनियादी शिक्षा मजबूत हो इसके लिए प्री-प्राइमरी का संचालन शुरू किया जा रहा है। इसलिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने दायित्वों का निर्वहन जिम्मेदारी से करें। कहा कि प्रशिक्षण में सिखाए गए बिदुओं को अमल में लाएं। ब्लॉक संसाधन केंद्र में प्रशिक्षक रहे एकेडमिक रिसोर्स पर्सन डा. अतीक दानिश ने शारीरिक, बौद्धिक, सामाजिक, भावनात्मक व रचनात्मक विकास के बारे में विस्तार से बताया। नींव में पानी भरने से स्कूल भवन को खतरा

जल निकासी नहीं होने से धींवरपुरा के प्राइमरी स्कूल की नींव में पानी भरा गया है। इससे स्कूल के भवन के लिए खतरा पैदा हो गया है। अध्यापकों द्वारा ग्राम विकास अधिकारी से शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई।

कोरोना काल के बाद एक मार्च से प्राथमिक विद्यालयों को खोल दिया गया है। अब सभी स्कूलों में पढ़ाई शुरू हो गई है। धींवरपुरा स्थित प्राथमिक विद्यालय की चारों ओर की दीवार की नींव में पानी भरा होने से स्कूल के भवन को नुकसान होने का खतरा पैदा हो गया है। जल निकासी बंद होने से यह समस्या बन रही है। हालत यह है कि स्कूल भवन में कई जगह दरार भी आ गई है। वहीं, सीलन आने के कारण बच्चों को बैठने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मुख्य अध्यापक महेश कुमार ने बताया कि पानी भरे रहने के संबंध में ग्राम विकास अधिकारी से शिकायत की जा चुकी है, लेकिन इस समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है।


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