जनाब! सही सलामत घर पहुंचे तो खैर मनाइएगा
कुछ दिन पहले ही हरिद्वार-मुरादाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर गांव सरवनपुर के निकट पूर्वी गंगनहर की टूटी-फूटी रेलिग को दुरुस्त किया गया लेकिन अन्य पुलों की अब तक सुध नहीं ली गई है।
बिजनौर, जेएनएन। जनपद बिजनौर का एकमात्र शहर नजीबाबाद एक ऐसा शहर है, जहां से दो राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते हैं। इन राष्ट्रीय राजमार्गों को कई जगह नदियां और नहरें क्रॉस करती हैं। हालांकि इन नदियों और नहरों पर पुल तो बने हैं, लेकिन ज्यादातर पुलों पर सड़कों के हालात बदतर हैं। इतना नहीं पुलों की रेलिग भी क्षतिग्रस्त पड़ी हैं। फाल्गुनी कांवड़ यात्रा का आगाज हो चुका है। लेकिन प्रशासन ने पुलों की क्षतिग्रस्त रेलिग को दुरुस्त नहीं कराया है।
ऐतिहासिक नगरी नजीबाबाद की विशेषता इसकी प्राकृतिक छठा भी रही है। यहां से उस मालन नदी का उछ्वव हुआ है, जहां राजा दुष्यंत और शकुंतला की परिणय स्थली रही। शहर से मालन नदी के अलावा आसपास के क्षेत्रों से रतनाल नदी, लकड़हान नदी, सूखरो नदी गुजरती है। इसके अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के काफी बड़े भूभाग को सिचित करने वाली पूर्वी गंगनहर भी हरिद्वार से शुरू होने के बाद नजीबाबाद क्षेत्र से ही होकर गुजरती है। इसके साथ ही मेरठ-पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग और हरिद्वार-मुरादाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग भी नजीबाबाद क्षेत्र से ही होकर गुजरते हैं। नजीबाबाद से होकर गुजरने वाली नदियां और नहरें कई जगहों पर राष्ट्रीय राजमार्गों को क्रॉस करती हैं। हाईवे से निर्बाध आवागमन जारी रखने के लिए इन नदियों और नहरों पर पुल तो बने हैं, लेकिन उनकी देखभाल पर किसी का ध्यान नहीं हैं।
ज्यादातर पुलों की सड़कें खस्ताहाल हैं। लकड़हान नदी, रतनाल नदी, मालन नदी पुलों की रेलिग क्षतिग्रस्त पड़ी हैं। ऐसे ही हालात चिड़ियापुर-समीपुर पूर्वी गंगनहर बाईपास मार्ग पर मालन नदी और रतनाल नदी पुलों की रेलिग के हैं। स्थानीय प्रशासन, लोक निर्माण विभाग से कई बार शिकायत के बावजूद हालात में सुधार नहीं हुआ। अब कांवड़िए चल निकले हैं। कुछ दिन पहले ही हरिद्वार-मुरादाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर गांव सरवनपुर के निकट पूर्वी गंगनहर की टूटी-फूटी रेलिग को दुरुस्त किया गया, लेकिन अन्य पुलों की अब तक सुध नहीं ली गई है। -इनका कहना है
एनएच-74 पर कुछ पुलों की रेलिग क्षतिग्रस्त होने का मामला संज्ञान में है। जल्द ही हालत में सुधार किया जाएगा। एनएच-119 हमारे कार्यक्षेत्र में नहीं है। -बीपी पाठक, परियोजना निदेशक एनएच-74, नजीबाबाद