विकास दुबे को लेकर जिले में रहा अलर्ट
कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों का हत्यारोपित शातिर अपराधी विकास दुबे को लेकर दो दिन से बिजनौर पुलिस भी अलर्ट मोड़ पर रही। बुधवार को भी चेकिग अभियान चलाया गया। नोएडा और गाजियाबाद में बॉर्डर पर लोकेशन मिलने की चर्चा के बाद रातभर सतर्कता रही। रात 12 से सुबह छह बजे तक पुलिस सड़कों पर दौड़ती रही और सीमाओं पर नाकेबंदी रही।
बिजनौर, जेएनएन। कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों का हत्यारोपित शातिर अपराधी विकास दुबे को लेकर दो दिन से बिजनौर पुलिस भी अलर्ट मोड़ पर रही। बुधवार को भी चेकिग अभियान चलाया गया। नोएडा और गाजियाबाद में बॉर्डर पर लोकेशन मिलने की चर्चा के बाद रातभर सतर्कता रही। रात 12 से सुबह छह बजे तक पुलिस सड़कों पर दौड़ती रही और सीमाओं पर नाकेबंदी रही।
कानपुर के दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के दो दिन पूर्व बिजनौर में देखे जाने की सूचना के बाद सतर्कता बढ़ गई? थी। विकास दुबे की शक्ल-सूरत के व्यक्ति के होने की आशंका के बाद अफसर पुलिस-फोर्स सड़क पर उतर गए थे। जांच और चेकिग के बाद सूचना को गफलत में बताया गया। हालांकि पुलिस यह पता लगाने में भी नाकाम रही कि आखिर स्कार्पियो किसकी थी। सूचना फर्जी थी, तो गाड़ी किसकी थी। कोई गाड़ी नहीं थी, तो दारोगा पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई। हालांकि लखनऊ से यूपी पुलिस को सतर्क रहने के निर्देश थे। इसलिए पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड़ पर थी। बुधवार रात को चर्चाएं फैली कि विकास दुबे की लोकेशन एनसीआर में है। वह गाजियाबद, मेरठ के रास्ते निकल सकता हे। जिसके बाद जिले में सतर्कता बढ़ा दी गई। खासकर मुजफ्फरनगर और मेरठ सीमा पार पुलिस ने नाकेबंदी की। बुधवार दिन से पुलिस ने चेकिग अभियान चलाया। जगह-जगह वाहनों की चेकिग की गई। पुलिस की गश्त भी भी तेज रही। सीमाओं और हाइवे पर पुलिस ने चेकिग अभियान चलाया। अफसर गश्त करते रहे। बुधवार रात 12 से सुबह छह बजे तक जबरदस्त चौकसी रही। नगर से लेकर कस्बों तक वाहनों की चेकिग की गई, लेकिन गुरुवार को उज्जैन में विकास दुबे के मिलने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है। आखिर सवाल उठता है कि जिसे एनसीआर में पुलिस तलाश कर रही थी, वह उज्जैन कैसे पहुंचा गया। दो दिन तक सड़क पर खाक छानने के बाद पुलिस को गुरुवार को राहत मिली। एसपी देहात संजय सागर ने बताया कि रात में पूरी तरह अलर्ट था। हर वाहन की चेकिग की जा रही थी।