भू-अभिलेखों की जांच में जुटी 68 टीमें
सहकारी गन्ना विकास समिति के बैनर तले आयोजित सट्टा प्रदर्शन मेले में 54 हजार किसानों ने सट्टों का अवलोकन करते हुए राजस्व भू-अभिलेख व घोषणा पत्र जमा कराए थे। समिति अधिकारियों ने आगामी पेराई सत्र में शत-प्रतिशत गन्ना सट्टा संचालन करने के चलते किसानों द्वारा जमा कराए गए राजस्व भू-अभिलेखों की जांच के लिए 68 टीमें गठित करने के साथ ही नेट से मिलान की घोषणा की थी। शुक्रवार को प्रथम दिन टीमों ने भू-अभिलेखों का मिलान शुरू किया।
धामपुर (बिजनौर): सहकारी गन्ना विकास समिति ने सट्टा प्रदर्शन मेले में किसानों द्वारा जमा कराए गए राजस्व भू-अभिलेख व घोषणा पत्रों की जांच के लिए 68 टीमें गठित की हैं। प्रथम दिन इन टीमों ने जांच में दर्जनभर किसानों के फर्जी भू-अभिलेख जमा कराने का खुलासा किया है। समिति अधिकारियों ने ऐसे किसानों को नोटिस देने के साथ-साथ सदस्यता समाप्त करने की तैयारी शुरू कर दी है।
सहकारी गन्ना विकास समिति के बैनर तले आयोजित सट्टा प्रदर्शन मेले में 54 हजार किसानों ने सट्टों का अवलोकन करते हुए राजस्व भू-अभिलेख व घोषणा पत्र जमा कराए थे। समिति अधिकारियों ने आगामी पेराई सत्र में शत-प्रतिशत गन्ना सट्टा संचालन करने के चलते किसानों द्वारा जमा कराए गए राजस्व भू-अभिलेखों की जांच के लिए 68 टीमें गठित करने के साथ ही नेट से मिलान की घोषणा की थी। शुक्रवार को प्रथम दिन टीमों ने भू-अभिलेखों का मिलान शुरू किया। एससीडीआइ अमित कुमार पांडेय ने जांच में फर्जी भू-अभिलेख मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि जांच अभिलेख जमा करने वाले किसानों की सदस्यता समाप्त करने की कार्रवाई करने के साथ-साथ उन्हें नोटिस देकर जवाब मांगा जाएगा।