कोरोना जांच के लिए 46 लोगों की हुई सैंपलिग
बिजनौर जेएनएन। कुवैत से नजीबाबाद पहुंचे 38 प्रवासी श्रमिकों सहित 46 लोगों की कोरोना जांच के
बिजनौर, जेएनएन। कुवैत से नजीबाबाद पहुंचे 38 प्रवासी श्रमिकों सहित 46 लोगों की कोरोना जांच के लिए मंगलवार को सैंपलिग की गई। कोरोना टेस्ट रिपोर्ट आने पर प्रशासन की ओर से अगली कार्रवाई की जाएगी। वहीं, क्षेत्र के चार गांवों को सील मुक्त करने के स्थानीय प्रशासन को निर्देश मिले हैं।
कुवैत में कोरोना संक्रमण के काफी मामले के बावजूद अलग-अलग दिनों में कई चरणों में कुवैत से 62 लोगों के नजीबाबाद पहुंचने से क्षेत्र के लोग खुद को असहज महसूस कर रहे हैं। दरअसल कुवैत से आ रहे प्रवासी श्रमिकों में एक कोरोना पॉजिटिव पाया जा चुका है। गनीमत रही थी कि प्रवासी श्रमिक अपने गांव और घर तक नहीं पहुंचा था। जिससे गांव सील होने और परिवार आइसोलेट होने से बच गया था। इसके तुरंत बाद ही कुवैत से 37 और प्रवासी श्रमिक नजीबाबाद पहुंच गए थे। इन सभी श्रमिकों को एनआइआइटी क्वारंटाइन केंद्र पर ले जाकर क्वारंटाइन किया गया था। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्रीय नोडल अधिकारी डॉ सर्वेश निराला के निर्देशन में स्वास्थ्यकर्मियों ने बाद में पहुंचे 37 प्रवासी श्रमिकों और पूर्व में छूटे एक श्रमिक से कोरोना जांच के लिए नमूना लिया। इसके अलावा रेंडम सैंपलिग के अंतर्गत कोरोना टेस्ट के लिए आठ अन्य लोगों की सैंपलिग की गई।
तहसीलदार राधेश्याम शर्मा ने बताया कि कुवैत से आने वाले प्रवासी श्रमिकों में से किसी को भी सीधे घर नहीं भेजा गया है। सभी को क्वारंटाइन केंद्र पर रखा गया है। मंगलवार को जिन 38 श्रमिकों के नमूने कोरोना जांच के लिए लिए गए, उनकी जांच रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। तब तक के लिए प्रवासी श्रमिकों को क्वारंटाइन केंद्र पर ही रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के मामले मिलने पर सील किए गए गांव गाजीपुर हिदायत, हीमपुर पछातपुरा, जीवनसराय एवं जटपुरा बौंडा को सीलमुक्त करने के जिला प्रशासन से निर्देश मिले हैं। जल्द ही इन गांवों को सीलमुक्त किया जाएगा।