गुमराह करने को 12 बोर के हथियार का इस्तेमाल
गांव धौकलपुर में चाचा-भतीजे हत्याकांड में पुलिस को गुमराह करने के लिए 12 बोर के हथियारों का इस्तेमाल हुआ है। हत्याकांड में शातिर बदमाश शामिल थे। उन्होंने आधुनिक हथियार की बजाय सामान्य तौर पर प्रचलित तमंचे और बंदूक का इस्तेमाल किया है।
बिजनौर, जेएनएन। गांव धौकलपुर में चाचा-भतीजे हत्याकांड में पुलिस को गुमराह करने के लिए 12 बोर के हथियारों का इस्तेमाल हुआ है। हत्याकांड में शातिर बदमाश शामिल थे। उन्होंने आधुनिक हथियार की बजाय सामान्य तौर पर प्रचलित तमंचे और बंदूक का इस्तेमाल किया है।
रविवार को धीर सिंह और अंकुर सिंह की गोली बरसाकर हत्या कर दी थी। हमलावरों ने वारदात को अंजाम देते समय 12 बोर के हथियार इस्तेमाल किए हैं। इसमें तमंचा और बंदूक से फायर किए गए। हालांकि हत्याकांड में मुख्य आरोपितों के अलावा भी नामजदगी हुई है। पुलिस का टारगेट अनुज है। स्थानीय लोगों में चर्चा है कि हत्याकांड में शूटरों का इस्तेमाल हुआ है। दोहरे हत्याकांड में नामजदगी क अलावा बाहरी बदमाश भी शामिल रहे है। पुलिस की तफ्तीश में सामने आ रहा है कि अनुज एक अपराधी एक व्यक्ति के पास काफी उठना-बैठना था। अनुज का कई अपराधी प्रवृत्ति के युवकों से मेल-जोल था, इसलिए संभावना जताई जा रही है कि हत्या में इस तरह के बदमाशों ने अंजाम दिया है। अनुज और उसके भाइयों ने सुपारी देकर हत्या कराई है। हत्याकांड के लिए गहरी साजिश रची गई है। प्लानिग के मुताबिक ही घटना में 12 बोर के हथियार इस्तेमाल किए गए हैं। ताकि, शक शातिर शूटरों पर नहीं जाए। वरना, अक्सर शूटर अपना पसंदीदा हथियार पिस्टल का इस्तेमाल करते हैं। इस वारदात में उसका इस्तेमाल नहीं हुआ। इसके पीछे पुलिस को गुमराह करने की साजिश हो सकती है। पुलिस नामजद आरोपितों को जेल भेजकर इतिश्री कर लें। पुलिस कई तफ्तीश पर जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि हत्याकांड में जिले के कुछ युवक शामिल रहे हैं। माना जा रहा है कि हत्याकांड का सनसनीखेज राजफाश होगा।