पटरी पर कामकाज, उद्यमियों को मिली राहत
- मौसम - धूप निखरी तो खुले कामगारों के हाथ गुलजार हुए मैदान - लंबे समय से ठप था रंगाइ
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- धूप निखरी तो खुले कामगारों के हाथ, गुलजार हुए मैदान
- लंबे समय से ठप था रंगाई, धुलाई, टेढा व लेटेक्सिग कार्य जागरण संवाददाता, भदोही : मौसम की बेरुखी के कारण पूरे एक माह तक प्रभावित आउटडोर कामकाज अब पटरी पर आ गया है। शुक्रवार को धूप निखरते ही कालीन कामगारों के चेहरे खिल उठे। सूने पड़े मैदानों में फिर से चहल पहल हो गई। टेढा, लेटेक्सिग के साथ साथ कातियों की रंगाई व कालीनों की धुलाई का काम भी शुरू हो गया। मौसम का मिजाज कब बदल जाएगा कहा नहीं जा सकता। यही कारण है कि लोग तेजी से काम निबटाने में जुटे हैं। उधर लंबे समय से ठप पडा कामकाज पटरी पर आने से उद्यमियों ने भी राहत की सांस ली है। खराब मौसम के कारण उत्पादन सहित कालीनों की फिनिशिग का काम ठप होने के कारण निर्यात में विलंब होने का खतरा उत्पन्न हो गया था। इसे लेकर कालीन निर्यातक चितित थे। नववर्ष के साथ ही मौसम का मिजाज बदल गया था। बीच बीच में बारिश होने, घने कोहरे व आसमान में बादल होने के कारण आउटडोर कार्य लगभग ठप हो गए थे। आवश्यकता के अनुसार धूप न निकलने के कारण रंगाई के बाद कातियां सुखाना मुश्किल हो गया था जबकि धुलाई के बाद कालीनों के खराब होने की आशंका उत्पन्न हो गई थी। इसे लेकर उद्यमी चितित थे। विशेषकर कालीनों का टेढ़ा व लेटेक्सिग लगाने वाले हजारों मजदूर परेशान हो गए थे। राहत की बात यह है कि कोहरे का प्रभाव कम हो गया है। दिन में धूप भी निकलने लगी है। काजीपुर स्थित फकीर सेठ के अहाता, बंधवा स्थित खाली मैदान, मामदेवपुर सहित अन्य स्थानों पर खाली पड़े मैदान गुलजार हो गए। उधर काती रंगाई भट्टों व वाशिग प्लांटों पर पर भी कामकाज शुरू हो गया।