भंडारण में लापरवाही से बर्बाद होगी गेहूं उपज
रबी सीजन की प्रमुख गेहूं फसल की कटाई व मड़ाई का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। महंगी लागत व कड़ी मेहनत कर हासिल उपज को किसान सुरक्षित ढंग से भंडारित करने के प्रयास में लगा है।
जासं, ज्ञानपुर (भदोही) : रबी सीजन की प्रमुख गेहूं फसल की कटाई व मड़ाई का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। महंगी लागत व कड़ी मेहनत कर हासिल उपज को किसान सुरक्षित ढंग से भंडारित करने के प्रयास में लगा है। अनाज के भंडारण में बेहद सावधानी की जरूरत होगी। जरा सी लापरवाही चूहा, कीट व फफूंद आदि से उपज खराब होगी। किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां के फसल सुरक्षा विशेषज्ञ डॉ. मनोज कुमार पांडेय ने सुरक्षित भंडारण की जानकारी देते हुए बताया कि अनाज को रखने के लिए गोदाम की अच्छी तरह से सफाई कर पुराने अवशेष आदि को नष्ट कर देना चाहिए। दीवार, फर्श आदि में यदि दरार हो तो उन्हे सीमेंट, ईट आदि से बंद कर चूहों यहां तक की पक्षियों के आने-जाने के रास्ते को भी बंद कर देना चाहिए। अनाज से भरे बोरे को जमीन से 20 से 25 सेमी की ऊंचाई पर बांस या लकड़ी के तख्ते का मंच तैयार कर रखना चाहिए तो भंडार गृह हवादार होना चाहिए एवं जरूरत पड़ने पर वायुरूद्ध करने की भी व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि इसी तरह गेहूं उपज को भंडारित करने के लिए भंडार गृह व बोरों को कीट मुक्त करने के लिए मैलाथियान 50 ईसी दवा 10 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी की दर से बने घोल का छिड़काव भंडारण गृह की दीवार-फर्श आदि पर छिड़काव करना चाहिए। इसके साथ ही खाली बोरों को भी भिगाकर सुखा लेना चाहिए। बोरों को खौलते नीम की पत्ती वाले पानी में भिगोकर सुखाने से भी वह कीटमुक्त हो जाते हैं।